पुजारी को अगवा करने के मामले से किया किनारा
प्रतापगढ़ अगवा करके पुजारी पर किए गए मामले को पुलिस ने घटनास्थल जौनपुर होने की बात कह
प्रतापगढ़ : अगवा करके पुजारी पर किए गए मामले को पुलिस ने घटनास्थल जौनपुर होने की बात कहकर वहां की पुलिस पर डाल दिया। फिलहाल फौरी तौर पर घटना पुरानी रंजिश से जुड़ी मानी जा रही है।
जौनपुर जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र के खपरहा गांव स्थित भगवान शंकर के मंदिर के पुजारी रामदास (72) के अनुसार शनिवार रात लगभग 12 बजे कार से छह-सात नकाबपोश युवक मंदिर पहुंचे और उन्हें जबरन शराब पिलाने व मांस खिलाने का दबाव बनाने लगे। विरोध करने पर पिटाई करके उन्हें अगवा कर लिया और फिर पिटाई करने के बाद रविवार को भोर में भुपियामऊ के पास पुजारी रामदास को जौनपुर-रायबरेली हाईवे के किनारे फेंककर अपहर्ता भाग गए थे। स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से पुजारी को जिला अस्पताल भेजा था।
बाद में घटना की जानकारी होने पर सीओ सिटी अभय पांडेय, एएसपी पूर्वी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी जिला अस्पताल पहुंचे थे और पुजारी से घटना के बारे में पूछताछ की थी। इसके बाद चिकित्सकों ने घायल पुजारी रामदास को एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया था। पुलिस ने घटना की सूचना सिकरारा पुलिस को देकर मामले से किनारा कर लिया। इस बारे में कोतवाल सुरेंद्रनाथ का कहना है कि घटनास्थल जौनपुर जिले की है, इसलिए सिकरारा थाने की पुलिस जांच कर रही है। प्रथमदृष्टया घटना पुरानी रंजिश से जुड़ी है।