दस बजे के बाद दुकान खोली, तीन दुकानदारों पर मुकदमा
लॉकडाउन में लोगों की जरूरतों के लिए सुबह छह बजे से दस बजे तक दुकानें खुलने का आदेश है। कुंडा के कुछ दुकानदार इस दायरे को लांघ रहे हैं।
संसू, कुंडा : लॉकडाउन में लोगों की जरूरतों के लिए सुबह छह बजे से दस बजे तक दुकानें खुलने का आदेश है। कुंडा के कुछ दुकानदार इस दायरे को लांघ रहे हैं। उन पर कार्रवाई भी हो रही है। पुलिस ने गश्त के दौरान किराना विक्रेता रूपेश साहू निवासी मवई कला, मनोज कुमार केशरवानी व सब्जी दुकानदार अशोक कुमार पटेल पर मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल डीपी सिंह ने बताया कि पकड़े गए तीनों दुकानदारों को उनके परिजनों के आने पर हिदायत देकर निजी मुचलके पर छोड़ दिया।
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दिल्ली से आए आधा दर्जन युवक, खलबली
संसू, उडै़याडीह : दिल्ली से आए आधा दर्जन लोग जांच से गुजारे गए। इससे हड़कंप मच गया। उनको एंबुलेंस से प्राथमिक विद्यालय में भेजा गया। पट्टी कोतवाली क्षेत्र के धनगढ़ सराय छिवलहा गांव में आधा दर्जन लोग दिल्ली से बस द्वारा प्रतापगढ़ पहुंचे। प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य विभाग टीम ने इन लोगों को जांच किया। प्राथमिक विद्यालयों में भी बना केंद्र, कई भाग निकले
संसू, पट्टी/सैफाबाद : शासन के निर्देश पर प्रदेश के विभिन्न शहरों व अन्य प्रदेशों से लौट रहे लोगों को 14 दिन के लिए गांव के प्राथमिक विद्यालयों में रोककर मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है। इस दौरान क्षेत्र के कई विद्यालयों मे रुके परदेशी रात में ही विद्यालय छोड़कर घर चले गए। इसकी सूचना संबंधित गांव के प्रधानों द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गई है। आसपुर देवसरा क्षेत्र के सिरनाथपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में रविवार को नौ लोगों को रोका गया था। इसमें से पांच लोग नागपुर से आए थे, जो वहां पर ट्रक ड्राइवर का काम करते थे, जबकि मुंबई के गैरेज में काम करने वाले चार लोग थे। ग्राम प्रधान संजीव कुमार सिंह ने इन्हें विद्यालय में रोकने की पूरी व्यवस्था की। रात में मौका मिलते ही सभी लोग अपने घर चले गए। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने उच्चाधिकारियों से की है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय ढिढुई में भी पंजाब से आए पांच लोगों को शरण दिया गया था, लेकिन पंजाब से आए पांच लोग रविवार की रात में ही भाग निकले। भांटपट्टी गांव के प्राथमिक विद्यालय में फरीदाबाद से आए चार लोग अभी रुके हुए हैं। ग्राम प्रधान आसमा बेगम पत्नी आजाद अली ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय ढिढुई में रोके गए पंजाब से आए पांच लोग भाग निकले हैं। अब बहन की शादी की करेंगे तैयारी
संवाद सूत्र, रानीगंज : 20 मार्च को लच्छीपुर गांव का रहने वाला बब्लू दिल्ली गया था। इसी बीच कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन हो गया। काम बंद हो गया तो वह फिर घर लौटने पर मजबूर हुआ। 25 अप्रैल को उसकी बहन की शादी है। ऐसे में लॉकडाउन होने पर बब्लू दिल्ली से गाजियाबाद पहुंचा और फिर गाजियाबाद से सोमवार को वाहन से प्रतापगढ़ आया। दोपहर में रानीगंज पहुंचा तो उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। वहीं नरी के सुरेश का भी कुछ ऐसा ही हाल था, वह भी दिल्ली कमाने गया था। दिल्ली, पानीपत, मुंबई सहित स्थानों से इसी तरह लौटने वाले लोग की हर किसी की अपनी अलग अलग कहानी है लेकिन घर पहुंचकर खुश हैं। नोयडा में रहने वाला परिवार पहुंचा पैदल घर
संसू, दीवानगंज : पट्टी क्षेत्र में लोगों के दूसरे शहरों से गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है। ऐसे ही नोएडा में रहने वाले एक दर्जन लोग भी ट्रक से प्रयागराज पहुंचे। वहां से पैदल दीवानगंज बाजार पहुंचे और चौराहे पर लगभग बीस मिनट आराम करने के बाद अपने घर आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के अमरगढ़ बाजार के लिए पैदल ही रवाना हो गए।