मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश को लगी गोली
प्रतापगढ़ जेल के हेड वार्डर व कोचिग सेंटर संचालक की हत्या में फरार चल रहे 25 हजार
प्रतापगढ़ : जेल के हेड वार्डर व कोचिग सेंटर संचालक की हत्या में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी बदमाश को शनिवार देर रात पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लग गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी पुलिस टीम पर फायर करके भागने में सफल रहा।
पुलिस के अनुसार नगर कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव, एसएसाइ संजय सिंह सोमवंशी मंकद्रूगंज चौकी प्रभारी अभिमान सिंह सिपाहियों के साथ शनिवार रात लगभग 11 बजे गश्त पर निकले थे। वह जेल रोड तिराहे पर मौजूद थे। रात लगभग पौने बारह बजे अचलपुर की तरफ से एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति आए। तिराहे पर पुलिस को देखकर पीछे मुड़ने लगे। बदमाश होने के संदेह पर पुलिस टीम जैसे ही आगे बढ़ी, तभी बाइक पर पीछे बैठे व्यक्ति ने पुलिस टीम पर असलहे से फायर कर दिया। हालांकि पुलिस टीम बाल-बाल बच गई। इसके बाद बदमाश फायर करते हुए रखहा बाजार की ओर भागने लगे।
कंट्रोल रूम की सूचना देने के बाद पुलिस टीम के बदमाशों का पीछा कर लिया। पुलिस को करीब देख बदमाश खीरीबीर पुल के पास बाइक छोड़कर नीचे सरपत की तरफ भागे। पुलिस टीम आगे बढ़ी तो फिर फायर किया। पुलिस टीम ने भी फायर किया तो एक बदमाश के बाएं पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा। पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा बदमाश का झाड़ियों के रास्ते भाग गया। सूचना मिलने पर मौके पर सीओ सिटी अतुल शर्मा, एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र भी मौके पर पहुंच गए। पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम आमिर पुत्र फैयाज उर्फ फैयाजुद्दीनी यहियापुर, कंधई का निवासी बताया। जबकि भागने वाला बदमाश कलाम पुत्र निवासी सरायवीभद्र (छत्ता का पुरवा), कोतवाली नगर था। पुलिस ने गिरफ्तार आमिर के पास से एक पिस्टल, एक तमंचा, दो कारतूस, दो खोखा, एक बाइक बरामद किया। फौरन घायल बदमाश आमिर को जिला अस्पताल लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी भी जिला अस्पताल पहुंच गए। बाद में एसपी ने एएसपी, सीओ सिटी फोर्स के साथ खीरीबीर पुल गए। वहां काफी देर तक फरार बदमाश की तलाश में कांबिग की गई थी।
एसपी एस आनंद ने बताया कि आमिर पर 25 हजार का इनाम घोषित था। आमिर ने कबूल किया कि 27 दिसंबर 2018 को जेल के सिपाही हरि नारायण त्रिवेदी की हत्या में अंसार निवासी छत्ता का पुरवा ने रेकी की थी। एक बाइक पर हसन मुल्ला, तौकीर एवं दूसरी बाइक पर वह और मकसूद निवासी यहियापुर थे। बाइक हसनमुल्ला चला रहा था। सिपाही को गोली हसन मुल्ला ने मारी थी। सिपाही की हत्या तौकीर ने बदला लेने के लिए की थी। घटना की साजिश में जब्बा भी शामिल था। जेल में बंद रहने के दौरान वह सिपाही जब्बा और तौकीर के साथ गाली-गलौच करता था। एसपी के अनुसार कंधई थाना क्षेत्र के कोचिग संचालक अतुल शुक्ला की हत्या में भी आमिर शामिल था। दोनों घटनाओं में वह वांछित चल रहा था।