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सर्दी के तेवर तीखे, लोग पड़ रहे बीमार

प्रतापगढ़ मौसम लगातार सर्द हो रहा है। हिमांचल में बर्फबारी का असर जिले में दिखने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 11:23 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 06:06 AM (IST)
सर्दी के तेवर तीखे, लोग पड़ रहे बीमार
सर्दी के तेवर तीखे, लोग पड़ रहे बीमार

प्रतापगढ़ : मौसम लगातार सर्द हो रहा है। हिमांचल में बर्फबारी का असर जिले में दिखने लगा है। सर्दी के तेवर तीखे होने के बाद भी इसे हल्के में लेने वाले बीमार पड़ रहे हैं। सर्दी, जुकाम, बुखार व शरीर दर्द की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों में बढ़ गई है। सांस के मरीजों को खास दिक्कत हो रही है।

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इस बार ठंड का असर देर से महसूस हुआ। नवंबर तो गुलाबी ठंडी में निकल गया। दिसंबर महीने की शुरुआत से सर्दी अपना असर दिखाने लगी। अब सुबह शाम ही नहीं दिन व रात दोनों में सर्दी का असर दिख रहा है। लोग स्वेटर और मफलर के सहारे हो गए हैं। जो लोग बेपरवाही कर रहे हैं उनको बिस्तर पकड़ते देर नहीं लग रही है। ठंड से प्रभावित मरीजों की आमद बढ़ गई है। फिजीशियन की ओपीडी में 70 फीसद मरीज इन दिनों मौसम की मार से प्रभावित वाले ही आ रहे हैं। यानि 200 की ओपीडी में 130-140 लोग खांसी और सर्दी से ग्रस्त होते हैं। सांस और दमा के मरीजों को यह मौसम बहुत सता रहा है। इसमें डाक्टर की सलाह से ही कोई दवा उनको लेनी चाहिए। गुरुवार को जिला अस्पताल के फिजीशियन कक्ष में मरीजों को देख रहे डा. रवि पांडेय लोगों को ठंड से बचने की सलाह भी दे रहे थे।

बच्चों पर भी ठंड का सितम : सर्दी का मौसम नवजात से लेकर छोटे बच्चों तक को परेशान कर रहा है। वह अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल के बाल कक्ष में ऐसे बच्चों को रोज भर्ती किया जा रहा है। तीन दिन से ठंड ने और जोर पकड़ा है। बुधवार से लेकर गुरुवार तक वार्ड में एहतेशाम (2) पुत्र इश्तियाक घरौरा लालगंज, आयत (2) पुत्री मोहम्मद वसीम पूरे मोहन, रोशनी (2) पुत्री लालचंद्र खाखापुर रानीगंज, फैयान (7) पुत्र गुलावर गजरिया, राहुल (4) पुत्र संजय कुमार, भुपियामऊ आदि को भर्ती कराया गया। इनको सर्दी ने जकड़ रखा है। यह इलाज की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल गुप्ता का कहना है कि आजकल की धूप के चक्कर में खुली छत पर बच्चों की मालिश न करें, क्योंकि पीछे से ठंडी हवा बच्चे को बीमार कर सकती है। बच्चे को ठंडा दूध न दें, उसे टोपी पहनाकर रखें। हर दिन नहलाना भी नुकसानदायक हो सकता है। सप्ताह में एक दिन वह भी बाथरूम के अंदर स्नान कराएं। गुनगुने पानी का प्रयोग करें।


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