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बोर्ड की बैठक में गेस्ट हाउस पर फंसी प्रतिष्ठा, हंगामा

इस बार शनिवार को हुई बोर्ड की बैठक में पंचायत भवन परिसर में स्थित थ्री स्टार होटलों जैसी सुख-सुविधाओं वाले गेस्ट हाउस को सदस्यों ने अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाकर जमकर हंगामा किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 10:55 PM (IST)Updated: Sun, 29 Dec 2019 06:04 AM (IST)
बोर्ड की बैठक में गेस्ट हाउस पर फंसी प्रतिष्ठा, हंगामा
बोर्ड की बैठक में गेस्ट हाउस पर फंसी प्रतिष्ठा, हंगामा

संसू, प्रतापगढ़ : यूं तो जिला पंचायत बोर्ड की बैठकों में सामान्य जन-जीवन से जुड़े मुद्दे छाये रहते हैं, मगर इस बार शनिवार को हुई बोर्ड की बैठक में पंचायत भवन परिसर में स्थित थ्री स्टार होटलों जैसी सुख-सुविधाओं वाले गेस्ट हाउस को सदस्यों ने अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाकर जमकर हंगामा किया। आखिरकार उनकी बात को मानते हुए अध्यक्ष ने गेस्ट हाउस के लिए जल्द ही अलग से नीति-निर्धारण की व्यवस्था का वादा किया, तब जाकर स्थिति संभल पायी। कई मुद्दे और भी छाये रहे।

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जिला पंचायत सभागार में शनिवार दोपहर एक बजे जैसे ही बोर्ड की बैठक शुरू हुई, जिला पंचायत सदस्य पप्पू ने अध्यक्ष से जानना चाहा कि जिला पंचायत परिसर में स्थित गेस्ट हाउस की बुकिग का क्या नियम है। अभी तक कितना पैसा इससे अर्जित किया गया। इसका जवाब जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी पुनीत वर्मा नहीं दे सके। वह इतना ही बता पाए कि जिला पंचायत के अधिकारी एक सप्ताह के लिए तथा जिलाधिकारी एक माह के लिए गेस्ट हाउस की बुकिग करा सकते हैं। इस पर हंगामा करते हुए सदस्यों ने कहा कि जब भी उन्हें गेस्ट हाउस की जरूरत पड़ती है तो पता लगता है कि यहां वीआईपी रुके हुए हैं। उनके या उनके अतिथियों के लिए गेस्ट हाउस में जगह नहीं मिल पाती। यह उनके अधिकार व सम्मान का हनन है। यह भी शर्त रखने का दबाव बनाया कि जनप्रतिनिधि व सरकारी अतिथियों के ठहरने के लिए उसके शुल्क का निर्धारण हो। सदस्यों की दोनों बातों को गंभीरता से लेते हुए अध्यक्ष ने उनकी दोनों मुद्दों के लिए यथाशीघ्र नियम बनाने पर सहमति दे दी। इस प्रकरण के बाद जिला पंचायत सदस्य मोहम्मद आरिफ खान ने कहा कि बिजली विभाग के सदर का कोई अधिकारी मौजूद नहीं है, अत: वह अपनी बात किससे करें। प्रमुख विभागों के अधिकारियों की बैठक से अनुपस्थित रहने पर उन्होंने रोष व्यक्त किया। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के कार्यक्रम में चले जाने के कारण कई प्रमुख अधिकारी इस बैठक में नहीं आ सके हैं। आगे से इस बात का ध्यान रखा जाएगा। बैठक में कुछ सदस्य एनआरसी का कैप लगा कर आए थे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष उमाशंकर यादव ने कहा कि जो भी अधिकारी बैठक में नहीं पहुंच सके हैं। उनका स्पष्टीकरण लिया जाए और आगे की बैठक में उन्हें मौजूद रहने को कहा जाए। संचालन जिला पंचायत के अधिशासी अधिकारी पुनीत वर्मा ने किया। इस अवसर पर सदर विधायक राजकुमार पाल, बाबागंज विधायक विनोद कुमार सरोज, जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार सिंह लाल साहब, आरिफ खान, मोहम्मद अनीश, उमेश पासी, पप्पू, डीआइओएस सर्वदानंद, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विजय प्रताप सिंह, जिला कृषि अधिकारी अश्वनी सिंह, जेई विद्युत ओपी गुप्ता, एसडीओ विद्युत जेठवारा आदि मौजूद रहे। महापुरुषों की तस्वीर का उठा मुद्दा

मानधाता क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य उमेश पासी ने पहुंचते ही महापुरुषों की फोटो को बैठक सभागार की बगल की दीवार से हटाने का मुद्दा उठाया तो बाकी के सदस्य सकपका गए। उनकी बात पूरी हुई तो लोगों ने लंबी सांस ली। सदस्य उमेश का कहना था कि राषट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की फोटो सभागार के बगल की दीवार से हटाकर डॉयस के पीछे लगाने का अनुरोध किया। उनके इस अनुरोध को तत्काल मानते हुए दोनों महापुरुषों की फोटो डॉयल के पीछे लगा दी गई। शौचालयों के लिए दो हजार न देने पर मांगा जवाब

जिला पंचायत की बैठक में कुछ सदस्यों ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनवाए गए शौचालयों में दो हजार रुपये लाभार्थी को नहीं मिल सके हैं। इस पर जवाब देते हुए डीपीआरओ के प्रतिनिधि एडीओ पंचायत मानधाता अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में प्रत्येक लाभार्थी को 10 हजार रुपये दिए गए हैं। इसके साथ ही शौचालयों के लिए 38करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई है, जल्द ही इसे खातों में भेजा जाएगा। पूरा जवाब न देने पर बीईओ को बैठक से किया बाहर

बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल का पूरा जवाब न दे पाने पर खंड शिक्षा अधिकारी आसपुर देवसरा को बैठक से बाहर कर दिया गया, हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष ने इसका विरोध किया। पिछली बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारी से यह पूछा गया था कि प्राथमिक विद्यालय डिहवा जलालपुर राजापुर, पूरे जनक पूर्व माध्यमिक विद्यालय गिस्था, पूरे चेतीराम लरू में अध्यापक की तैनाती नहीं है। प्राथमिक विद्यालय पटना में 300 की छात्र संख्या है, कितु दो ही अध्यापक की तैनाती है, छात्रों की संख्या के अनुसार ही अध्यापकों की तैनाती की जाए। यह भी कहा गया था कि चार माह की मिड डे मील सामग्री कोटेदार से ले ली गई थी, परंतु विद्यालयों में नहीं पहुंचाया गया। प्रकरण की जांच कर दोषी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी। इस प्रश्न का जवाब एक सदस्य ने जानना चाहा तो आसपुर देवसरा क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी संतोष तिवारी ने बताया कि जिन विद्यालयों में अध्यापक नहीं थे वहां अस्थाई शिक्षक की तैनाती कर दी गई है। इसके आगे के सवाल का वह जवाब नहीं दे सके। इस पर सदस्यों ने उन्हें बैठक से बाहर जाने को कहा। बीईओ फौरन बैठक से बाहर चले गए। इस बात पर जिला पंचायत अध्यक्ष उमाशंकर यादव ने कहा कि जो भी अधिकारी बैठक में आए हैं उनका अपमान न किया जाए। सड़क के किनारे झाड़ियों का भी उठाया मुद्दा

जिला पंचायत की बैठक में कुछ सदस्यों ने मोहनगंज से जेठवारा मार्ग पर झाड़ियों के सड़क पर आने से हो रही दिक्कत पर ध्यान आकृष्ट कराया। इस पर पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता द्वितीय ने कहा कि यह सड़क एनएच की हो गई है, उनका विभाग वहां झाड़ियों को नहीं हटा सकता। इस पर सदस्यों ने कहा कि जो पीडब्ल्यूडी की सड़कें हैं वहां से तो झाड़ियां हटाइए। दुकानें बनाकर की जाए नीलामी

जिला पंचायत की बैठक में रानीगंज क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य ने बाजार में खाली पड़ी जमीन पर दुकानें बनाकर उन्हें पटरी दुकानदारों को देने की बात कही। इस पर बाबागंज विधायक विनोद सरोज ने भी कहा कि जिले की कई बाजारों में खाली पड़ी जमीनों का सदुपयोग किया जा सकता है। इस पर भी बैठक में सहमति बनी। सदर विधायक का किया स्वागत

जिला पंचायत की बैठक में पहली बार शामिल हुए सदर विधायक राजकुमार पाल का जिला पंचायत अध्यक्ष उमाशंकर यादव ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। सदर विधायक ने कहा कि उनका पूरा सहयोग जिला पंचायत सदस्यों को मिलेगा।


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