सोलर सिस्टम से जगमग होगा रेलवे जंक्शन
संसू प्रतापगढ़ रेलवे जंक्शन पर सोलर सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे अब जहां रेलवे प्लेटफार्म
संसू, प्रतापगढ़ : रेलवे जंक्शन पर सोलर सिस्टम लगाया जा रहा है। इससे अब जहां रेलवे प्लेटफार्म जगमग रहेगा वहीं बिजली के बिल में भी राहत मिलेगी। सिस्टम लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इससे यहां प्रयोग होने के बाद जो बिजली बचेगी उसकी सप्लाई पावर कारपोरेशन को की जाएगी। इसके एवज में रेलवे कालोनी से हर माह जमा होने वाले लाखों रुपये के बिल में कटौती होगी।
स्थानीय रेलवे जंक्शन पर बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए तेजी से कवायद चल रही है। अजूरा पावर लिमिटेड कंपनी को जंक्शन पर 100 किलो वाट का सोलर सिस्टम लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि एजेंसी ने सिस्टम लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। जनवरी से प्लेटफार्म, वाशिग लाइन, पोर्टिको, आरक्षण काउंटर समेत कई कार्यालय में इसी सिस्टम के जरिए आपूर्ति मिलेगी। इस सिस्टम को प्लेटफार्म नंबर एक पर बने शेड की छत पर लगाया जा रहा है। अधिक बिल से मिलेगी राहत
रेलवे विभाग के मुताबिक रेलवे जंक्शन व कालोनियों में हर माह करीब नौ लाख रुपये बिजली का बिल आता है। सोलर सिस्टम लगने के बाद करीब 50 किलो वाट से अधिक आपूर्ति रेलवे जंक्शन पर होगी। इसके बाद बची बिजली की आपूर्ति को पावर कारपोरेशन इस्तेमाल करेगा। इसके एवज में रेलवे विभाग कालोनी में आने वाले बिल में समायोजित करेगा। इससे अधिक बिल जमा करने से रेल विभाग को निजात मिलेगी। इसमें करीब चार से पांच लाख रुपये कम बिल जमा करना पड़ेगा। नेडा देता है अनुदान
शहरी क्षेत्र में यानि चिलबिला, दहिलामऊ समेत कुछ अन्य मोहल्ले में लोगों ने यूपी नेडा के माध्यम से सोलर पावर प्लांट ऑनग्रिड लगवाया है। इसमें न्यूनतम पांच किलो वाट व अधिकतम छह किलो वाट का प्लांट लगा है। पहले की अपेक्षा अब 60 प्रतिशत कम बिजली का बिल जमा करना पड़ रहा है। 45 हजार रुपये प्रति किलो वाट की दर से प्लांट लगाने की रकम जमा करनी होती है। इसके बाद 30 प्रतिशत अनुदान भी मिलता है। 25 साल इसकी लाइफ होती है। नेडा विभाग के परियोजना अधिकारी रमेश चंद्र कुशवाहा ने बताया कि दर्जनभर से अधिक लोगों ने प्लांट लगवाया है। पहले की अपेक्षा काफी कम बिल जमा करना पड़ रहा है। रेलवे जंक्शन पर सोलर सिस्टम लगाने का कार्य चल रहा है। इससे बिजली व्यवस्था सु²ढ़ होगी। बिजल में भी काफी रियायत मिलेगी। जल्द ही सिस्टम से आपूर्ति होने लगेगी।
-संजय सिंह यादव, वरिष्ठ खंड अभियंता (विद्युत)