पिटाई के विरोध में बंदियों ने की जेल में भूख हड़ताल, हंगामा
प्रतापगढ़ जेल में तलाशी के दौरान पिटाई किए जाने का आरोप लगाकर सोमवार की शाम बंदी हंगा
प्रतापगढ़ : जेल में तलाशी के दौरान पिटाई किए जाने का आरोप लगाकर सोमवार की शाम बंदी हंगामा कर भूख हड़ताल पर बैठ गए। सूचना पाकर कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे एएसपी पूर्वी ने बंदियों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
जिला कारागार में बंद कुछ प्रभावशाली बंदियों के पास तलाशी के दौरान मोबाइल अक्सर मिल जाता है। अब यह जांच का विषय है कि आखिर सघन तलाशी के बाद मोबाइल अंदर कैसे पहुंच जाता है? कहा जा रहा है कि सही जांच किए जाने पर यह स्पष्ट होने में देर नहीं लगेगी कि यह कैसे संभव हो जाता है। पिछले दो-तीन दिनों से जेल में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार दोपहर बाद भी तलाशी ली गई। इस दौरान बैरक नंबर एक और आठ में कुछ बंदियों के पास मोबाइल मिला। इस पर जेल के अफसरों ने बंदियों को फटकार लगाई तो देवसरा क्षेत्र के एक-दो बंदी ने जवाब दे दिया। इस पर अफसरों ने दो-तीन बंदियों की पिटाई कर दी। इसी बात पर बंदी हंगामा करने लगे। जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी बंदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। खाना लेने से इन्कार कर दिया। बंदियों का हंगामा देख बंदीरक्षकों में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल जेल का अलार्म बजाकर सभी बंदीरक्षकों और अफसरों को बुला लिया गया। जेलर आरपी चौधरी ने बंदियों के हंगामे, भूख हड़ताल की जानकारी डीएम को दी। डीएम ने कई थानों की फोर्स बुलाने के लिए एसपी से बात की। एसपी ने वायरलेस पर मैसेज प्रसारित करके देवसरा, पट्टी, कंधई, कोहड़ौर, अंतू, रानीगंज, मानधाता, जेठवारा समेत कई थानों की फोर्स बुला ली। शाम लगभग साढ़े सात बजे कई थानों की फोर्स के साथ सीओ सिटी अतुल शर्मा जेल पहुंचे और बंदियों को शांत कराने अंदर गए। थोड़ी देर बाद एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र भी जेल में दाखिल हुए। एसपी एस आनंद ने बताया कि तलाशी में मोबाइल मिलने पर कुछ बंदियों ने हंगामा किया था। भूख हड़ताल की बात सामने आई थी। बातचीत के बाद सभी बंदियों को उनके बैरक के अंदर कर दिया गया।