बोर्ड परीक्षा की तैयारी पूरी, इम्तिहान कल से
प्रतापगढ़ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर मीडिएट की परीक्षा की सारी तैयारियां पूरी हो
प्रतापगढ़ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर मीडिएट की परीक्षा की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सात फरवरी से शुरू होने वाली परीक्षा में एक लाख 34 हजार 534 परीक्षार्थियों के लिए कुल 210 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में आठ लाख उत्तर पुस्तिकाएं लगेंगी। परीक्षा को संपन्न कराने में सात हजार कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। मंगलवार को जहां डीआइओएस कार्यालय में बोर्डपरीक्षा कक्ष में कालेजों के कर्मचारी जुटे रहे वहीं केंद्र बने विद्यालयों में भी सी¨टग प्लान आदि तैयार किए जाते रहे।
हाईस्कूल एवं इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इस बार बनाए गए 210 परीक्षा केंद्रों में से 138 वित्तविहीन, 68 एडेड तथा चार राजकीय विद्यालय शामिल हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा में शामिल हो रहे एक लाख 34 हजार 534 परीक्षार्थियों में से 71 हजार 837 बालक व 62 हजार 697 बालिकाएं हैं। हाईस्कूल संस्थागत में 37 हजार 881 बालक, 33 हजार 227 बालिका, व्यक्तिगत में 375 बालक व 99 बालिका हैं। इसी प्रकार इंटरमीडिएट संस्थागत में 32 हजार 177 बालक, 28 हजार 878 बालिका, व्यक्तिगत में 1404 बालक व 493 बालिकाएं हैं। परीक्षा के दौरान सभी कक्षों में दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही वायस रिकार्डर लगाने के निर्देश हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार भी कोडेड कापियों का इस्तेमाल किया जाएगा। विद्यालयों को कोड वार कापी दी जा चुकी है। बाहर से कोई कापी ऐड नहीं हो पाएगी। इससे नकल कराने की संभावना ही समाप्त हो जाएगी।
नहीं ले गए प्रवेशपत्र, होगी मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई : कुंडा तहसील क्षेत्र कें झींगुर स्थित शीतला शंकर इंटर कालेज में हाईस्कूल के 11 परीक्षार्थी हैं। यहां अभी तक परीक्षार्थियों का प्रवेशपत्र नहीं पहुंच सका है। यहां बुधवार को डीआइओएस कार्यालय से कर्मचारी भेज कर प्रवेशपत्रों का वितरण कराया जाएगा। डीआइओएस एसपी यादव ने बताया कि निर्देश के बावजूद प्रवेशपत्र न ले जाना गंभीर मामला है। इस पर विद्यालय के मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की जाएगी।
अवकाश प्राप्त शिक्षकों का लिया जाएगा सहयोग : बोर्ड परीक्षा के दौरान जरूरत पड़ने पर अवकाश प्राप्त शिक्षकों का भी सहयोग लिया जाएगा। इस संबंध में डीआइओएस ने सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो से तीन वर्षो में अवकाश ग्रहण करने वाले शिक्षकों का पूल तैयार करने का निर्देश दिया है। यदि आवश्यकता पड़ी तो उन्हें भी परीक्षा ड्यूटी पर लगाया जाएगा।