अर्से से साहिद की तलाश में थी पुलिस
प्रतापगढ़ रानीगंज थाना क्षेत्र के चौहरजन के पास हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया खूंखार बदम
प्रतापगढ़ : रानीगंज थाना क्षेत्र के चौहरजन के पास हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया खूंखार बदमाश तौहीद 27 अगस्त तक सुल्तानपुर की जेल में कैद था। इसकी जमानत 28 अगस्त को हुई और यह सीधे नोएडा जा पहुंचा। वहां इसने अपने साथियों के साथ सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ में कई घटनाओं को अंजाम देने का प्लान बनाया। उसी को यहां पर अंजाम देने के लिए पिछले कई दिनों से कच्छा-बनियान गिरोह के सदस्य उसके साथ यहां पर डेरा जमाए हुए थे।
नोएडा एसटीएफ के राडार पर ये बदमाश दस दिन पहले आए तो इनकी लोकेशन प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर के आसपास मिलने लगी। एसटीएफ ने जब और सर्च किया तो पता चला कि बदमाश कच्छा-बनियान गिरोह के हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ ने यह पता लगा लिया कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर जेल से छूटे औरैया जिले का खूंखार बदमाश तौहीद कन्नौज के बदमाश कल्लू के साथ प्रतापगढ़ में डेरा डाले हुए है। बब्लू उर्फ पतेला के नाम से भी जाना जाने वाला तौहीद के साथ कई और बदमाश भी हैं। यह जानकारी मिलते ही प्रतापगढ़ की रानीगंज थाने की पुलिस सक्रिय हो गई। नोएडा एसटीएफ मंगलवार की शाम रानीगंज थाना पहुंची। वहां से बदमाशों को ट्रेस करना शुरू हुआ और रात करीब साढ़े आठ और नौ के बीच बदमाशों की लोकेशन चौहरजन धाम के पास मिली। भारी पुलिस फोर्स वहां पहुंची तो पुल के पास बदमाश दिखाई दिए। उनकी घेराबंदी शुरू हुई तो बदमाशों ने फायरिग झोंक दी। इस मुठभेड़ में तौहीद मारा गया। उसके माथे और सीने को गोलियां पार कर गई थीं। उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक तौहीद के खिलाफ नोएडा, सुल्तानपुर, कानपुर, प्रतापगढ़ एवं कन्नौज सहित कई जिलों में हत्या और लूट के मुकदमे दर्ज हैं। प्रतापगढ़ में वर्ष 2003 में हत्या और लूट के मामले में मुकदमा दर्ज था और प्रतापगढ़ पुलिस की तरफ से 50 हजार का इनाम भी घोषित था। कई बार सटीक सूचना मिलने के बावजूद यह बदमाश प्रतापगढ़ पुलिस के हाथ नहीं लग पाया था।