नहीं बोलते पुलिस कर्मी, पिसते हैं लोग
शहर का चौक-कचहरी मार्ग सबसे व्यस्त मार्ग है। इस मार्ग पर फलमंडी गेट से लेकर स्टेट बैंक फल व सब्जी विक्रेता ठेला सड़क तक लगा लेते हैं। इसको देखकर भी वहां तैनात पुलिस वाले इनको अनदेखा करते हैं। लोग जाम में पिसते रहते हैं और पुलिस वाले कुर्सी पर आराम करते नजर आते हैं।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : शहर का चौक-कचहरी मार्ग सबसे व्यस्त मार्ग है। इस मार्ग पर फलमंडी गेट से लेकर स्टेट बैंक फल व सब्जी विक्रेता ठेला सड़क तक लगा लेते हैं। इसको देखकर भी वहां तैनात पुलिस वाले इनको अनदेखा करते हैं। लोग जाम में पिसते रहते हैं और पुलिस वाले कुर्सी पर आराम करते नजर आते हैं।
शहर में जाम की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है। इसकी मुख्य वजह है कि प्रशासन की लापरवाही। नगर के जिला अस्पताल से लेकर चौक तक आए दिन लगने वाले जाम में अफसर भी फंसते हैं, लेकिन इसके बाद भी वह समस्या से निजात नहीं दिला पा रहे हैं। ई-रिक्शा व फल लगाने वाले ठेला दुकानदार मनमाने तरीके से ठेला सड़क की पटरियों पर लगा देते हैं। वहीं कुछ तो सड़क से सटकर ही लगाते हैं। ऐसे में वहां जाम रोजाना जाम लगना स्वाभाविक है। सुरक्षा व्यवस्था आदि को लेकर नगर के श्रीराम तिराहे पर कई सिपाहियों व होमगार्ड की नियमित रूप से ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन वह भी कुर्सी पर फरमाते नजर आते हैं। बुधवार को कुद ऐसा ही देखने को मिला। वहां पर तैनात पुलिस कर्मी व होमगार्ड मोबाइल में व्यस्त दिखे। जब लंबा जाम लग जाता है और पब्लिक शोर मचाने लगती है तो वह कुर्सी छोड़कर सड़क पर डंडा पीटने लगते हैं। तब जाकर धीरे-धीरे वाहन इधर उधर निकलने लगता है। तब भी जाम समाप्त होने पर आधे या फिर उससे अधिक का समय लग जाता है। इसी तरह से रोजाना फजीहत राहगीरों व नागरिकों को झेलनी पड़ती है। जबकि जिला अस्पताल के सामने लगे होमगार्ड पूरी तरह से मुस्तैद रहते हैं, मगर इसी तरह से वह भी मुस्तैद रहें तो शायद जाम लगने की नौबत न आए।