अयोध्या जा रहे अमरावती मठ के पीठाधीश्वर को आधे घंटे रोका गया
अयोध्या जा रहे अमरावती (महाराष्ट्र) के पीठाधीश्वर को आधे घंटे तक जिले के छीड़ा बार्डर पर रोके रखा गया। हालांकि बाद में सूचना मिलने पर एडीजी मौके पर पहुंचे और उन्हें अयोध्या के लिए रवाना किया। पुलिस सिर्फ उन्हें ही सुल्तानपुर जाने दे रही थी जिनके पास अयोध्या आने का आमंत्रण पत्र था। पूरे दिन जिले की सीमा पर सघन चेकिग करती रही और कई लोगों को वापस भी कर दिया गया
संसू, मकूनपुर : अयोध्या जा रहे अमरावती (महाराष्ट्र) के पीठाधीश्वर को आधे घंटे तक जिले के छीड़ा बार्डर पर रोके रखा गया। हालांकि बाद में सूचना मिलने पर एडीजी मौके पर पहुंचे और उन्हें अयोध्या के लिए रवाना किया। पुलिस सिर्फ उन्हें ही सुल्तानपुर जाने दे रही थी, जिनके पास अयोध्या आने का आमंत्रण पत्र था। पूरे दिन जिले की सीमा पर सघन चेकिग करती रही और कई लोगों को वापस भी कर दिया गया।
अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है। सुरक्षा के लिहाज से सुल्तानपुर बार्डर पर एसपी अभिषेक सिंह मंगलवार को पुलिस फोर्स के साथ खड़े थे। उस समय वाहनों की चेकिग हो रही थी। इस दौरान श्रीनाथ पीठदेवनाथ मठ अमरावती (महाराष्ट्र) के स्वामी जितेंद्रनाथ महाराज कार से पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उनके चालक ने मौके पर मौजूद एसपी अभिषेक सिंह को विहिप के चंपत राय द्वारा महराज को भेजे गए भूमि पूजन का आमंत्रण पत्र दिखाया। एसपी ने कहा कि इस आमंत्रण पत्र पर सिर्फ दो लोग ही जा सकते हैं, जबकि महाराज के साथ चार लोग थे। उनके एक शिष्य ने एक उच्च अधिकारी से भी फोन कराया, मगर एसपी ने कहा कि एडीजी प्रयागराज प्रेमप्रकाश आ रहे हैं, उनकी ही अनुमति पर महाराज आगे की यात्रा कर सकेंगे। इस पर महाराज के एक शिष्य बोल पड़े कि इस समय योगी जी (मुख्यमंत्री) काम में व्यस्त होंगे, नहीं तो महाराज सीधे उनसे बात कर लेते, खैर पूरी तरह से पुलिस को आश्वस्त हो लेने दो। कुछ देर बाद एडीजी प्रेम प्रकाश वहां पहुंच गए। उन्होंने पूरा मामला समझा। इसके बाद उन्होंने एक अधिकारी से बात की, फिर अमरावती (महाराष्ट्र) के स्वामी जितेंद्रनाथ महराज को आयोध्या जाने दिया गया। इस दौरान उतराखंड तथा एमपी से आयोध्या जा रहे कुछ लोगो को पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वापस कर दिया।