स्वास्थ्य मिशन के 400 संविदा कर्मियों पर कार्रवाई के आदेश
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों व विभाग में ठन गई है। कर्मी
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों व विभाग में ठन गई है। कर्मी हड़ताल पर हैं और विभाग के अफसर अब उनको छूट देने को राजी नहीं हैं। कार्य न करने पर 400 संविदा कर्मियों पर कार्रवाई का आदेश शासन ने दिया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन विभाग के लिए बड़े उपयोगी होते हैं। आयुष्मान, टीकाकरण, क्षय रोग, पोलियो जैसे अभियान में इसकी भूमिका बड़ी होती है। विभाग के पास स्थाई कर्मियों की कमी है, जिसका बोझ संविदा वाले उठाते हैं। जिले में एनएचएम के करीब 600 संविदा कर्मी काम करते हैं। इसमें डीपीएम से लेकर आशा व संगिनी तक शामिल हैं। इनको विभाग तय शुदा मानदेय देता है। पिछले एक सप्ताह से इनमें से करीब 400 कर्मी कर्मी धरना दे रहे हैं। सीएमओ कार्यालय के सामने इनका आंदोलन चल रहा है। यह बाहरी व्यक्तियों को सेवा में लेने का विरोध कर रहे हैं। खुद को पक्की नौकरी मांग रहे हैं।
इनके आंदोलन से स्वास्थ्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इनको सीएमओ की ओर से आंदोलन समाप्त करने को कहा गया, पर वह न माने। इस बीच गुरुवार को मिशन के डायरेक्टर पंकज कुमार का आदेश आ धमका। इसमें उन्होंने साफ कहा है कि कर्मियों ने जितने दिन काम नहीं किया उतने दिन का मानदेय न दिया जाए। उनको सेवा से बाहर करने की कार्रवाई की जाए। यही नहीं ऐसे कर्मियों को दोबारा सेवा में लेने पर भी पाबंदी लगाई जाए, यानि उनको काली सूची में डाला जाए। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव का कहना है कि एनएचएम के निदेशक ने जिले के हड़ताली संविदा कर्मियों की रिपोर्ट मांगी है। जो लोग काम नहीं कर रहे हैं उनकी फाइल तैयार करके शासन को भेजी जा रही है। शासन स्तर से कार्रवाई होगी।
सांसत में हैं डीपीएम : एनएचएम के संविदा कर्मियों की हड़ताल से डीपीएम राजशेखर सांसत में हैं। वैसे तो वह उसी जमात के मुखिया हैं, पर हस्तिनापुर यानि शासन से बंधे हैं। वह न तो शासन का विरोध कर पा रहे हैं, न ही साथी कर्मियों का समर्थन। शासन उनसे ही हड़ताल की रिपोर्ट भी ले रहा है।