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अब जांच को नहीं भटकेंगे टीबी संक्रमित

टीबी के संक्रमण से जूझ रहे पट्टी क्षेत्र के लोगों के लिए गुड न्यूज है। अब इसकी जांच के लिए उनको भटकना नहीं पड़ेगा। आधुनिक जांच मशीन अब सीएचसी पट्टी में ही लग गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 10:53 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 10:53 PM (IST)
अब जांच को नहीं भटकेंगे टीबी संक्रमित
अब जांच को नहीं भटकेंगे टीबी संक्रमित

संसू, पट्टी : टीबी के संक्रमण से जूझ रहे पट्टी क्षेत्र के लोगों के लिए गुड न्यूज है। अब इसकी जांच के लिए उनको भटकना नहीं पड़ेगा। आधुनिक जांच मशीन अब सीएचसी पट्टी में ही लग गई है।

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इन दिनों विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से इसके खिलाफ अभियान चलाकर स्वास्थ्य विभाग इसके मरीज को तलाश रहा है। टीबी हारेगा-देश जीतेगा के नारे के साथ देश को टीबी से मुक्त करने की मुहिम चल रही है। इसके तहत मरीजों का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में मुफ्त किया जाता है। टीबी का स्वरूप जब बिगड़ जाता है तो यह मरीज के लिए और घातक हो जाती है। घातक किस्म के तपेदिक की जांच के लिए सीएचसी पट्टी में अब सीबी नाट मशीन लग गई है। लगभग नौ लाख रुपये की लागत की इस मशीन के माध्यम से घातक तपेदिक की जांच अब आसानी से यहीं पर हो जाएगी। इसके बाद मरीज को उसी किस्म की दवा खिलाकर उसे ठीक किया जा सकेगा। अधीक्षक डॉ. महेंद्र कुमार कहते हैं कि यह मशीन मरीजों के लिए राहत वाली है। वह आसानी से जांच कराकर रोग से मुक्त हो सकेंगे।

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पांच मरीजों का चल रहा इलाज

घातक तपेदिक को एमडीआर मल्टीड्रग रजिस्ट्रेट व एक्सडीआर एक्सस्टिल ड्रग रजिस्ट्रेट के नाम से जाना जाता है। सीएचसी पट्टी में इन दोनों प्रकार के पांच सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि टीबी के सामान्य स्थिति 4-एफडीसी व 3-एफडीसी प्रकार के 104 मरीज सक्रिय हैं।

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विशेषज्ञ चिकित्सक देंगे मरीजों को संजीवनी

संसू, लालगंज : नए साल में समाज को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छी खबर मिली है। कस्बे समेत पूरे जिले के लोगों को विभिन्न रोगों के इलाज के बारे में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह मिल सकेगी। उनको इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। लालगंज के ट्रामा सेंटर में टेलीमेडिसिन सुविधा की औपचारिक शुरुआत हो गई है। दो-तीन दिन में सिस्टम तेजी से रन करने लगेगा।

विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीज सीएचसी से रेफर होने के बाद ट्रामा सेंटर में खुले टेली मेडिसिन सेंटर पर पहुंचने लगे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल से करार करके स्वास्थ्य विभाग यह सुविधा दे रहा है। ट्रामा सेंटर में वीडियो कान्फ्रेंसिग के जरिए अपोलो में बैठे रोगों विशेषज्ञ चिकित्सक मरीज से बातचीत कर इलाज की खातिर अपना परामर्श दे रहे हैं। इसे कराने वाले कर्मचारी उनकी बताई दवाएं नोट कर लेते हैं। वह पर्चा मरीज को दिया जाता है। टेलीमेडिसिन सेंटर के डिस्ट्रिक रिलीवर कौशलेश त्रिपाठी ने बताया कि आर्थो, न्यूरो, डर्मा, यूरो, गाइको, कार्डियो आदि से संबंधित समस्या हो तो वह आकर सलाह ले सकते हैं। इसका कोई शुल्क अलग से नहीं लिया जाता है।


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