नीलांचल एक्सप्रेस मामले में नहीं दिया मेमो
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : नीलांचल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से बचने के मामले में रेल अफ
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : नीलांचल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से बचने के मामले में रेल अफसर कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते। घटना के 24 घंटे बाद भी लापरवाही की आरोपित कार्यदाई संस्था के खिलाफ तहरीर की बात दूर, मेमो तक नहीं दिया।
प्रतापगढ़ से अमेठी के बीच मिश्रौली रेलवे स्टेशन के पास शनिवार दोपहर नीलांचल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बची थी। उस पर सवार यात्री भी बाल-बाल बचे थे। इंजन का शीशा टूट गया, लेकिन रेल अफसर इसे कोई गंभीर घटनाक्रम नहीं मान रहे हैं। वह जैसे पूरे मामले को पचाने में जुटे हैं। इन दिनों वाराणसी-लखनऊ रेलमार्ग का दोहरीकरण व विद्युतीकरण का कार्य केईसी कंपनी के कर्मचारी कर रहे हैं। शनिवार को दोपहर ट्रैक के बगल लोहे की सीढ़ी छोड़ दिए जाने से वह नीलांचल के इंजन में फंस गई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया था। इतने बड़े मामले को महकमे के अफसर पी जाना चाहते हैं। आरपीएफ थाने से बात की गई तो पता चला कि अफसरों की ओर से कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई तहरीर नहीं दी गई है। विभागीय जांच होगी तो वह डीआरएम स्तर की बात है।
-
तो क्या हो गया.
संसू, संडवा चंद्रिका : रेल अफसरों पर कार्यदाई संस्था ने जादू सा कर दिया है। आला अफसर बड़े आराम से कह रहे हें कि जब विद्युतीकरण हो रहा है तो सामान फैला ही रहेगा। जरा सी सीढ़ी टकरा गई तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ा।काम चल रहा है तो इतना होगा ही। कोई जनहानि तो हुई नहीं। आरपीएफ चौकी अमेठी के एएन पाठक का कहना है कि उनको इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। मौखिक रिपोर्ट अफसरों को दी गई है।