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शिक्षा के क्षेत्र में भुला नहीं सकते मुनीश्वरदत्त का योगदान

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व संविधान सभा के सदस्य रहे पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय की जयंती कांग्रेसियों ने सोमवार को जिला कार्यालय पर मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजेंद्र मिश्र ने कहा कि पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के विश्वासपात्र थे। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित होकर स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में कूदे थे। किसान आंदोलन के दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू के कहने पर उन्होंने कहला जाकर बाबा रामचंदर व झिगुरी सिंह के आंदोलन में सहयोग किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 12:15 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:02 AM (IST)
शिक्षा के क्षेत्र में भुला नहीं सकते मुनीश्वरदत्त का योगदान
शिक्षा के क्षेत्र में भुला नहीं सकते मुनीश्वरदत्त का योगदान

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व संविधान सभा के सदस्य रहे पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय की जयंती कांग्रेसियों ने सोमवार को जिला कार्यालय पर मनाई।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजेंद्र मिश्र ने कहा कि पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के विश्वासपात्र थे। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से प्रभावित होकर स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में कूदे थे। किसान आंदोलन के दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू के कहने पर उन्होंने कहला जाकर बाबा रामचंदर व झिगुरी सिंह के आंदोलन में सहयोग किया। उन्होंने जिले में 22 शिक्षण संस्थानों की स्थापना करके शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। इस अवसर पर डॉ. वीके सिंह, रोहित शुक्ल, राजा तिवारी, संतोष त्रिपाठी, हरिश्चंद्र सरोज, अमरावती, मनोज पांडेय, प्रमोद शुक्ल, सलीम उल्ला, प्रशांत सिंह, श्याम शंकर तिवारी ने अपने विचार व्यक्त किए।

उधर, तिलक इंटर कालेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्य अतिथि इंटर कालेजेज के संरक्षक श्याम किशोर शुक्ला ने कहा कि पंडित मुनीश्वरदत्त उपाध्याय आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी, जवाहरल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री के साथ कई बार जेल गए। उन्होंने जिस समय जिले में कालेजों की स्थापना की, उस समय विद्यालयों की स्थापना का काम बहुत कठिन था। आज शिक्षा के क्षेत्र में यह जिला जो अग्रणी है, वह मुनीश्वरदत्त उपाध्याय की ही देन है।

अध्यक्ष डॉ. प्रशांतदेव शुक्ल ने कहा कि मुनीश्वरदत्त उपाध्याय के व्यक्तित्व व कृतित्व से उन्हें प्रेरणा मिलती रहेगी। कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के संदेश को सुनाया गया। संचालन साहित्यकार डॉ.श्याम शंकर शुक्ल ने किया। इस मौके पर कालेज के प्रधानाचार्य प्रमोद तिवारी, विधिदेव शुक्ल, मानिकचंद्र मिश्र, ज्ञानेंद्र शुक्ल, महेंद्र शुक्ल, रमेशचंद्र मिश्र, मेजर राकेश तिवारी, ओमशंकर मिश्र ने भी विचार रखे।


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