संदिग्धावस्था में विवाहिता की मौत
प्रतापगढ़ जेठवारा थाना क्षेत्र के छत्रधारी दूल्हेपुर गांव में संदिग्ध दशा में कमरे के अंदर
प्रतापगढ़ : जेठवारा थाना क्षेत्र के छत्रधारी दूल्हेपुर गांव में संदिग्ध दशा में कमरे के अंदर फांसी के फंदे से विवाहिता का शव लटका मिला। मृतका की मां की तहरीर पर पुलिस ने पति, सास, ससुर समेत दस लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
छत्रधारी दूल्हेपुर निवासी शिवशंकर तिवारी पुत्र सूर्य नारायण तिवारी की शादी तीन साल पहले पांच फरवरी 2016 को साक्षी पुत्री अमित पांडेय निवासी काशीपुर, हथिगवां से हुई थी। हाथ से दिव्यांग शिवशंकर रोजगार के सिलसिले में लगभग 25 दिन पहले मुंबई गया था। साक्षी गुरुवार शाम कमरे में थी। उसके दोनों देवर रामू तिवारी व श्यामू तिवारी अमेठी एक बरात में शामिल होने गए थे। घर पर वृद्ध सास, ससुर, ननद व भांजा राहुल मौजूद था। देर शाम भांजा राहुल कमरे का दरवाजा खटखटाने लगा तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। उसने टीनशेड के अंदर से झांका तो देखा कि कमरे में धन्नी के सहारे साड़ी के फंदे से साक्षी का शव लटका हुआ था। यह देख उसने शोर मचाया तो आस-पास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने शव फांसी के फंदे से नीचे उतारा। घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची साक्षी की मां शशि पांडेय दहेज के लिए प्रताड़ित करने व हत्या करने का आरोप ससुरालवालों पर लगाने लगी। शशी का आरोप था कि ससुरालीजन आए दिन दहेज में पांच लाख रुपये, कार की मांग करते थे। मांग पूरी न होने पर साक्षी को प्रताड़ित करते थे। इसकी शिकायत कई बार बेटी साक्षी ने उनसे की थी। यही नहीं, ससुरालवालों ने उसका आभूषण भी बेच डाला था। फिलहाल मां साक्षी की तहरीर पर पुलिस ने पति शिवशंकर तिवारी सास शकुंतला देवी, ससुर सूर्य नारायण, देवर रामू तिवारी, श्यामू तिवारी, ननद पुष्पा तिवारी, शोभा पांडेय, गुड्डी तिवारी, संजू तिवारी व बिटान शुक्ला के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं पोस्टमार्टम से शव आने के बाद पुलिस ने उसे देवर श्यामू के सुपुर्द कर दिया। उधर मुंबई से शिवशंकर घर के लिए चल पड़ा है। एसओ सियाराम का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।