प्रापर्टी डीलर की हत्या कर लखनऊ से भागा वकील प्रतापगढ़ में गिरफ्तार
गोरखपुर के रहने वाले दुर्गेश यादव की बुधवार को लखनऊ में दिन दहाड़े हत्या से सनसनी फैल गई थी। आरोपित मनीष ने दुर्गेश की पिस्टल से ही उसकी हत्या की और फिर पिस्टल लेकर अपनी स्कार्पियो से लखनऊ से प्रयागराज के लिए भाग निकला। जानकारी होते ही लखनऊ की पुलिस उसके पीछे लग गई। इधर वायरलेस पर यह सूचना भी दौड़ने लगी कि आरोपित अपनी गाड़ी से प्रयागराज की तरफ भाग रहा है उसे पकड़ा जाए। इस पर कुंडा सर्किल के नवाबगंज एसओ अखिलेश प्रताप सिंह पुलिस टीम के साथ प्रतापगढ़ व रायबरेली बॉर्डर स्थित ब्रहमौली चौराहा के पास घेरेबंदी करने पहुंच गए। दिन में करीब 11 बजे बताए गए नंबर व कलर की स्कार्पियो आते हुए दिखाई दी। उसे पुलिस ने रोक लिया। पुलिस मनीष कुमार को पकड़कर नवाबगंज थाने ले गई।
संसू, परियावां(प्रतापगढ़) : पैसे के लेन-देन के विवाद में लखनऊ में प्रापर्टी डीलर को गोलियों से उड़ाकर भाग रहे आरोपित वकील को प्रतापगढ़ पुलिस ने बुधवार की दोपहर में धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपित मनीष कुमार फिरोजाबाद जनपद के नसीरपुर थाना क्षेत्र के धनापुर गांव का रहने वाला है। वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकील है।
गोरखपुर के रहने वाले दुर्गेश यादव की बुधवार को लखनऊ में दिन दहाड़े हत्या से सनसनी फैल गई थी। आरोपित मनीष ने दुर्गेश की पिस्टल से ही उसकी हत्या की और फिर पिस्टल लेकर अपनी स्कार्पियो से लखनऊ से प्रयागराज के लिए भाग निकला। जानकारी होते ही लखनऊ की पुलिस उसके पीछे लग गई। इधर, वायरलेस पर यह सूचना भी दौड़ने लगी कि आरोपित अपनी गाड़ी से प्रयागराज की तरफ भाग रहा है, उसे पकड़ा जाए। इस पर कुंडा सर्किल के नवाबगंज एसओ अखिलेश प्रताप सिंह पुलिस टीम के साथ प्रतापगढ़ व रायबरेली बॉर्डर स्थित ब्रहमौली चौराहा के पास घेरेबंदी करने पहुंच गए। दिन में करीब 11 बजे बताए गए नंबर व कलर की स्कार्पियो आते हुए दिखाई दी। उसे पुलिस ने रोक लिया। पुलिस मनीष कुमार को पकड़कर नवाबगंज थाने ले गई। वहां पर पूछताछ के दौरान मनीष ने पुलिस को बताया कि दुर्गेश अपने को सचिवालय का सचिव बताया था। नौकरी लगवाने के नाम पर 67 लाख रुपये ले लिए थे। उसी विवाद के चलते उसी के पिस्टल से उसे गोली मार दी। नौकरी तो मिली नहीं, पैसे भी वह नहीं लौटा रहा था। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त 32 एमएम की मुंगेर मेड पिस्टल व पांच कारतूस बरामद बरामद किया। नवाबगंज एसओ अखिलेश प्रताप ने बताया कि गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही एसओजी लखनऊ पुलिस लगभग दिन में तीन बजे नवाबगंज थाने पहुंची और मनीष को अपने साथ लेकर लखनऊ चली गई।