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चेकिग अभियान में रेल क्र्वाटरों में मिले अवैध कब्जे, नोटिस

रेलवे जंक्शन परिसर में बनाए गए रेल क्वार्टर में ऐ करीब एक दर्जन पर अतिक्रमण है। उसमें बाहरी लोग आबाद हैं। एक बार फिर उनको हटाने की कवायद शुरू हुई है। अफसरों ने उनको नोटिस जारी की है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 10:26 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 10:26 PM (IST)
चेकिग अभियान में रेल क्र्वाटरों में मिले अवैध कब्जे, नोटिस
चेकिग अभियान में रेल क्र्वाटरों में मिले अवैध कब्जे, नोटिस

जासं, प्रतापगढ़ : रेलवे जंक्शन परिसर में बनाए गए रेल क्वार्टर में ऐ करीब एक दर्जन पर अतिक्रमण है। उसमें बाहरी लोग आबाद हैं। एक बार फिर उनको हटाने की कवायद शुरू हुई है। अफसरों ने उनको नोटिस जारी की है।

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रेल कर्मियों के लिए बनाए गए क्वार्टर में से अधिकांश जर्जर हो गए हैं। उनमें रेल अफसर व कर्मी कम ही रहते हैं। खाली पड़े कमरों में बाहरी लोग अवैध रूप से कब्जा जमाकर मुफ्त की बिजली और पानी का उपयोग कर रहे हैं। उनको रेल महकमे से दूर-दूर तक को कोई संबंध नहीं है। खाली कमरों में वह परिवार समेत रह रहे हैं। उनको कुछ रेल कर्मियों का ही संरक्षण मिला है। नए साल में डीआरएम आने वाले हैं। उनके दौरे के वक्त यह मामला अधिकारियों के लिए मुसीबत बन सकता है। इसको भांपकर वह कागजी घोड़ा दौड़ाने लगे हैं। बाहरी लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एक सप्ताह पहले चेकिग अभियान चलाया गया। इसमें एक दर्जन से अधिक अवैध कब्जे मिले। उनको अधिकारियों ने नोटिस देने का काम शुरू किया तो दबाव पड़ने लगा नेतागिरी होने लगी। अवैध कब्जे वालों को हटाने के बाद इसकी रिपोर्ट लखनऊ के मंडलीय कार्यालय को भेजी जाएगी।

अवैध रूप से आकर बसे लोगों को चिन्हित कर उनको बाहर निकालने के लिए इंजीनियरिग और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने कई बार अभियान चलाया है, पर कोई खास असर इसका नहीं दिखा। अब एक बार फिर से कदम उठाने की कोशिश हो रही है, देखना है कि कितना काम हो पाता है। रेल अधिनियम में अवैध कब्जे को गंभीर अपराध की श्रेणी में माना गया है। अगर नियमों व कानून का पालन हो तो कब्जेदार मुकदमे के जाल में फंस सकते हैं। इस बारे में आरपीएफ इंस्पेक्टर सीपी मिश्र का कहना है कि अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। रेल संपत्ति को नुकसान करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।


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