आइआइटी मुंबई की टीम के प्रशिक्षण से महिलाएं बनी हुनरमंद
शासन की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर समूह की महिलाएं आंवले का उत्पाद और मसाला निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा प्रदेश भर में चर्चा का विषय बनी थीं। वहीं अब यही महिलाएं सोलर से जुड़े उपकरण बनाने के लिए अपनी भूमिका अदा करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए उनको प्रथम चरण का प्रशिक्षण मिल चुका है।
प्रवीन कुमार यादव, प्रतापगढ़ : शासन की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर समूह की महिलाएं आंवले का उत्पाद और मसाला निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा प्रदेश भर में चर्चा का विषय बनी थीं। वहीं अब यही महिलाएं सोलर से जुड़े उपकरण बनाने के लिए अपनी भूमिका अदा करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए उनको प्रथम चरण का प्रशिक्षण मिल चुका है।
जिले के पट्टी ब्लाक क्षेत्र के पंचायत भवन परसनी में लगाए जाने वाले सोलर स्टडी लैंप प्रोजेक्ट का संचालन आइआइटी मुंबई की टीम की निगरानी में होगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से यह प्रोजेक्ट लगाया जा रहा है। समूह की महिलाएं यहां पर काम करेंगी। यहां पर सोलर लालटेन, लैंप, बैट्री सहित अन्य उपकरण तैयार होंगे। प्रथम चरण का प्रशिक्षण महिलाओं को मिल चुका है। सबसे अहम यह है कि आइआइटी मुंबई के विशेषज्ञों की निगरानी में इन्हें दूसरे चरण का प्रशिक्षण मिलेगा। यही नहीं मुंबई से आने वाले मैटेरियल को वह तैयार करेंगी। इसके बाद इनके हाथों बने सोलर उत्पाद बाजार रेट से सस्ते दर पर बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। प्रदेश सरकार के ग्राम्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती के प्रयास से यह प्रोजेक्ट लगने जा रहा है।
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प्राथमिक विद्यालयों में 100 रुपये मिलेगा सोलर उपकरण
उपकरण तैयार होने के बाद सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहालों को सोलर से जुड़े उपकरण केवल 100 रुपये में मिलेंगे। इन उपकरणों को प्रदेश के कई विभागों में दिया जाएगा। देश के अन्य प्रांतों में भी इसे बिक्री के लिए भेजा जाएगा। जिला मिशन प्रबंधक रतन कुमार मिश्रा के मुताबिक इससे समूह से जुड़ी महिलाओं को काफी आय होगी। उन्हें सोलर उपकरण की बिक्री के लिए बड़ा बाजार मिलेगा।
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महिलाओं का सपना हुआ साकार
इस प्रोजेक्ट से उत्साहित सुमन पांडेय, सुनीता सरकार का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि उनके हाथों से सोलर उपकरण भी बनेंगे। उन्हें देश भर में बिक्री के लिए भेजा जाएगा। उनकी तकदीर बदलने जा रही है। वह अपने साथ ही आसपास की बड़ी संख्या में महिलाओं को जोड़कर इस योजना के जरिए आर्थिक विकास में एक नई विजय हासिल करेंगी। उनका सपना पूरा होगा।
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सोलर स्टडी लैंप का प्रोजेक्ट लगाने की कवायद तेजी से चल रही है। उपकरण तैयार करने के लिए महिलाओं को टीम की ओर से प्रशिक्षित किया जा रहा है। समूह की महिलाएं बेबी ट्राई साइकिल, आंवले के उत्पाद, मसाला तैयार करने के अलावा अन्य कई क्षेत्रों में काम करके गरीबी को मात दे रही हैं।
-ओपी यादव, उपायुक्त (स्वत: रोजगार)