अरे भइया हम तौ मंत्री से कहे रहे अऊर अधिकारिउ से, तबउ गड़बड़ाय गए
पंचायत चुनाव के आरक्षण की सूची जारी होते ही दावेदारों के होश उड़ गए। ऐसे कई निवर्तमान प्रधान थे जो कई वर्षों से प्रधान पद पर जमे हुए थे। उन्हें उम्मीद थी की इस बार भी पंचायत चुनाव में उनकी ग्राम पंचायत में आरक्षण उनके मन मुताबिक ही लागू होगा। उसके लिए वह इन दिनों मंत्री विधायक सहित अन्य के बहुत करीब भी हो गए थे यही नहीं वह अधिकारियों को भी खूब खुश किए थे। हालांकि सूची में आरक्षण को देखकर कई सामान्य वर्ग के दिग्गज चकरा गए।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : पंचायत चुनाव के आरक्षण की सूची जारी होते ही दावेदारों के होश उड़ गए। ऐसे कई निवर्तमान प्रधान थे जो कई वर्षों से प्रधान पद पर जमे हुए थे। उन्हें उम्मीद थी की इस बार भी पंचायत चुनाव में उनकी ग्राम पंचायत में आरक्षण उनके मन मुताबिक ही लागू होगा। उसके लिए वह इन दिनों मंत्री, विधायक सहित अन्य के बहुत करीब भी हो गए थे, यही नहीं वह अधिकारियों को भी खूब खुश किए थे। हालांकि सूची में आरक्षण को देखकर कई सामान्य वर्ग के दिग्गज चकरा गए।
पंचायत चुनाव का ग्राम पंचायतवार आरक्षण की सूची जारी हो गई है। इस बार सीटों पर काफी फेरबदल देखने को मिल रहा है। यहां तक कि कई जनप्रतिनिधियों के गांव की प्रधान सीट पिछड़ी जातियों की हो गई है। यहां तक कि कई ब्लाकों में ऐसे भी गांव हैं, जहां हमेशा सीट सामान्य हुआ करती थी, वहीं भी बदलाव हुआ है। कई माह से चुनाव लड़ने की चल रही तैयारियां उस समय ठप हो गई, जब आरक्षण सूची जारी हुआ तो देखा कि सीट पिछड़ी व अनुसूचित जाति की हो गई थी।
मकूनपुर प्रतिनिधि के अनुसार पंचायत चुनाव के आरक्षण की सूची जारी होते ही राजनीति के कुछ दिग्गजों के होश उड़ गए । उन्हें उम्मीद थी की इस बार भी पंचायत चुनाव में उनकी ग्राम पंचायत में आरक्षण उनके मन मुताबिक ही लागू होगा। उसके लिए वह इन दिनों जनप्रतिनिधियों के बहुत करीब भी हो गए थे। बुधवार को जब सीट के बारे में जानकारी ले रहे थे तो वह बोल पडे़ अरे भइया का बताई हम तौ मंत्रिउ जी से मिलि के कहे रहेन की सीटिया देखिहें गड़बडा़य न पावै तौ मंत्रीउ जी आश्वासन देहे रहेन की जा आपन परचार करा यीहै नाही हम तौ अधिकारिउ से मिला रहेन, ओनहू पूरा आश्वासन देहे रहेन, लेकिन भैवा पता नाहीं कैसे गड़बड़ाय गै। हमसे तौ कुछ कहतय नाय बनत बा। चलत अही अब देखी थे, कौवनव का खड़ा करी थ। सूची में आरक्षण को देखकर कई सामान्य वर्ग के दिग्गज चकरा गए। हालांकि बड़ी संख्या में लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल सूची को देख लिया था
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आठ तक दर्ज करा सकेंगे आपत्तियां
प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, वार्ड सदस्य व जिला पंचायत की सीटों पर लोग आठ मार्च तक आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसे विकास भवन स्थित जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय, संबंधित ब्लाक कार्यालय, जिला पंचायत व डीएम कार्यालय पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। ब्लाक में जो आपत्ति आएगी, उसे बीडीओ जिला स्तरीय यानि सक्षम अफसरों को भेजेंगे। इसके बाद इसका निस्तारण होगा। 14 मार्च को देर शाम इसका निस्तारण करके 15 मार्च को अंतिम सूची जारी होगी।
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डीएम समेत अफसर रहेंगे कमेटी में
आपत्तियों का निस्तारण करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। इसमें डीएम, सीडीओ, डीपीआरओ व जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी शामिल रहेंगे। जरूरत पड़ने पर संबंधित ब्लाक के एडीओ पंचायत का भी सहयोग लिया जा सकता है।