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उग्र भीड़ और पुलिस में गुरिल्ला युद्ध, मची भगदड़

भीड़ का आक्रोश और भारी तादाद में फोर्स देखकर अनहोनी की आशंका से भगदड़ मच गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 10:55 PM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 06:02 AM (IST)
उग्र भीड़ और पुलिस में गुरिल्ला युद्ध, मची भगदड़
उग्र भीड़ और पुलिस में गुरिल्ला युद्ध, मची भगदड़

संसू, प्रतापगढ़ : नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के विरोध में शहर में प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को उग्र भीड़ और पुलिस में गुरिल्ला युद्ध हुआ। भीड़ का आक्रोश और भारी तादाद में फोर्स देखकर अनहोनी की आशंका से भगदड़ मच गई। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठी फटकारी। तनाव के मद्देनजर देर शाम तक पुलिस संवेदनशील इलाकों में कांबिग करती रही।

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नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय द्वारा किए जाने वाले प्रदर्शन को लेकर शुक्रवार को सुबह से ही फोर्स अलर्ट थी। एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी, एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी, सीओ क्राइम आलोक सिंह, सीओ सिटी अभय पांडेय, सीओ रानीगंज अतुल अंजान त्रिपाठी सुबह से ही फोर्स लेकर चौक इलाके में सुबह से ही भ्रमण कर रहे थे। चौक, जामा मस्जिद चौराहा, कपूर चौराहा, सदर मोड़ चौराहा, श्रीराम तिराहा, फलमंडी गेट, राजापाल टंकी चौराहे समेत शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर भारी तादाद में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात थे। फतनपुर, अंतू, कोहंडौर एसओ को भी चौक में तैनात किया गया था।

दिन में करीब 11 बजे फलमंडी गेट के पास सैकड़ों मुस्लिम इकट्ठा हो गए थे। इसकी सूचना मिलते ही एएसपी पूर्वी, सीओ सिटी, एसडीएम सदर विजयपाल सिंह भीड़ को हटाने लगे। कुछ दूर जाने के बाद फिर लोग सड़क के किनारे इकट्ठा हो जा रहे थे। जेल रोड स्थित जामा मस्जिद से जुमे की नमाज के बाद दोपहर करीब एक बजे जुलूस निकलने की आशंका थी। इसके मद्देनजर भारी तादाद में फोर्स जामा मस्जिद चौराहे पर मुस्तैद थी। एएसपी पूर्वी व पश्चिमी, सीओ क्राइम, सीओ रानीगंज फोर्स के साथ मकंद्रूगंज पुलिस चौकी पर डटे थे।

दोपहर करीब दो बजे बेगमवार्ड की ओर से फलमंडी गेट के सामने सैकड़ों की भीड़ पहुंची और मोदी-अमित शाह के विरोध में नारेबाजी, प्रदर्शन करते हुए चौक की ओर बढ़ने लगी। इसकी सूचना मिलते ही सीओ सिटी, सीओ क्राइम, एएसपी पूर्वी व पश्चिमी भागकर पहुंचे और श्याम बिहारी गली के पास भीड़ को रोक लिया। इस दौरान नारेबाजी करते हुए उग्र भीड़ ने पुलिस से झड़प भी की। किसी तरह समझाकर फोर्स भीड़ को श्रीराम तिराहे तक ले गई और उन्हें बेगम वार्ड की ओर भेजने लगी। इतने में दर्जनों लोग नारेबाजी करते हुए फिर फलमंडी गेट तक पहुंच गए। दोनों एएसपी लौटकर फलमंडी गेट पर पहुंचे और आक्रोशित भीड़ को समझाने लगे। इस बीच आक्रोशित भीड़ की ओर से पूर्व सभासद हिमायतउल्ला बन्ने ने एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंपा।

इसके बाद पुलिस फिर भीड़ को पीछे करते हुए श्रीराम तिराहे तक ले गई। समझाने के बाद भी कुछ युवक हट नहीं रहे थे। यह देख स्वाट प्रभारी अजय सिंह और उनकी टीम ने लाठी फटकारते हुए उन युवकों को भगाया। फोर्स ने युवकों को खदेड़ते हुए बेगम वार्ड गली में घुसा दिया। इसके बाद पुलिस फोर्स ने गली को मुख्य मार्ग की तरफ से घेरे रखा और किसी को वहां से बाहर निकलने नहीं दिया। इस तरह उग्र भीड़ और पुलिस में करीब घंटे भर तक गुरिल्ला युद्ध चला। देर शाम तक संवेदनशील इलाकों में पुलिस कांबिग करती रही। प्रदर्शन से शहर में रहा तनाव का माहौल

दिनेश सिंह, प्रतापगढ़ : नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में शुक्रवार दोपहर किए गए युवकों के उग्र प्रदर्शन से शहर में तनाव का माहौल रहा। यह तो अफसरों की सूझबूझ और फोर्स की मुस्तैदी रही, जिससे बवाल टल गया।

नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में सुगबुगाहट पिछले शुक्रवार से शुरू हो गई थी, जब एआइएमआइएम के पूर्व अध्यक्ष इसरार अहमद की अगुवाई में जामा मस्जिद से कचहरी तक जुलूस निकालकर मुस्लिमों ने प्रदर्शन किया था। मंगलवार को एआइएमआइएम के जिला सचिव सुजातउल्ला व सलीम के आमरण अनशन के दौरान देश विरोधी नारे लगाने से यह स्पष्ट हो गया था कि यहां भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन की आशंका को भांपकर पुलिस सुबह से ही अलर्ट हो गई थी।

एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी और एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी, सीओ क्राइम आलोक सिंह, सीओ सिटी अभय पांडेय, एसडीएम सदर विजयपाल सिंह, एडीएम शत्रोहन वैश्य भारी तादाद में फोर्स के साथ सुबह से ही निकल पड़े थे। चौक, श्रीराम तिराहा, फलमंडी गेट, कपूर चौराहा, जामा मस्जिद चौराहे पर भारी तादाद में पुलिस व पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। फलमंडी गेट के पास जुटे मुस्लिम समुदाय के युवक विरोध प्रदर्शन का इरादा पहले से ही बना चुके थे। इसलिए वह पुलिस अफसरों के समझाने के बावजूद बार-बार लौटकर इकट्ठा हो जा रहे थे।

दोपहर करीब दो बजे जब सैकड़ों युवकों का जत्था नारेबाजी करते हुए बेगमवार्ड़ से चौक की ओर बढ़ा तो अचानक तनाव व्याप्त हो गया। उग्र युवकों का आक्रोश देखकर अनहोनी की आशंका से राहगीर और व्यापारी सहम गए। तनाव को भांपते हुए एएसपी पूर्वी, एएसपी पश्चिमी, सीओ क्राइम, सीओ सिटी, एसडीएम सदर व एडीएम ने बड़ी सूझबूझ से स्थिति को संभाल और नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में फैले अफवाह के बारे में जानकारी देते हुए उग्र युवकों को शांत कराया।

वैसे तो शहर की नब्ज को एसपी अभिषेक सिंह ने महीने भर पहले ही भांप लिया था। यही वजह है कि एसपी ने 22 नवंबर को ही बाहरी लोगों के पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी। इसे लेकर 29 नवंबर को एआइएमआइएम के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से धक्कामुक्की की थी और पुलिस लाइन में घुसकर मस्जिद में नमाज पढ़ी थी। इस पर एआइएमआइएम के पूर्व अध्यक्ष इसरार अहमद समेत पांच नामजद और कुछ अन्य कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। फोर्स के साथ डीएम, एसपी ने किया रूट मार्च

शहर में व्याप्त तनाव के मद्देनजर डीएम मार्कंडेय शाही और एसपी अभिषेक सिंह दिन में करीब 11:30 बजे मकंद्रूगंज पुलिस चौकी पर पहुंच गए। वहीं से दोनों अफसर लगातार शहर की स्थिति पर नजर रखे हुए थे। दोपहर 1.15 बजे नमाज होने के बाद जामा मस्जिद से लोगों के शांतिपूर्वक चले जाने पर फोर्स के साथ अफसरों ने राहत की सांस ली। डीएम, एसपी, दोनों एएसपी पुलिस चौकी के बाहर चर्चा में मशगूल थे। तभी करीब दो बजे युवकों के उग्र प्रदर्शन की जानकारी होते ही अफसर अलर्ट हो गए। एसपी ने फौरन दोनों एएसपी, सीओ क्राइम, सीओ रानीगंज, एडीएम को स्थिति को संभालने के लिए भेजा। दोनों एएसपी ने फोर्स के साथ उग्र भीड़ को श्रीराम तिराहे से बेगमवार्ड तक पीछे किया। बेगमवार्ड, पंजाबी मार्केट, गल्ला मंडी में पुलिस अफसरों ने रूट मार्च किया। माहौल शांत होने के बाद करीब 3:30 बजे डीएम व एसपी ने मकंद्रूगंज पुलिस चौकी से श्रीराम तिराहे और पंजाबी मार्केट तक रूट मार्च किया। इसके बाद श्रीराम तिराहे पर करीब घंटे भर तक अफसरों के साथ डीएम, एसपी बैठे रहे। विरोध में बंद रखी मुस्लिमों ने दुकानें

नागिरकता संशोधन अधिनियम के विरोध की सुगबुगाहट गुरुवार शाम से ही शुरू हो गई थी। गुरुवार को सुबह फलमंडी गेट के आस-पास मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी। व्यापारी दुकानें बंद करके भीड़ के साथ बाहर खड़े थे। अफसर लगातार मुस्लिमों को दुकानें खोलने के लिए कहते रहे, लेकिन शाम तक फल मंडी गेट के आस-पास के मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। अनहोनी की आशंका से पंजाबी मार्केट में अधिकांश व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी थी। पुलिस फलमंडी गेट और पंजाबी मार्केट में घूमकर दुकानदारों को दुकानें खोलने के लिए प्रेरित करती रही। भगदड़ देख व्यापारियों ने बंद कर दी दुकानें

दोपहर करीब दो बजे बेगमवार्ड से निकले युवक उग्र प्रदर्शन करने लगे तो इसी बीच भारी तादाद में फोर्स के साथ अफसर फलमंडी गेट पर पहुंच गए। युवकों का आक्रोश देखकर दुकानदार और राहगीर सहम गए। लाठीचार्ज की आशंका पर राहगीरों में भगदड़ मच गई। कुछ लोग श्रीराम तिराहे से पंजाबी मार्केट और महिला अस्पताल की ओर भागने लगे। यह देख चौक बजाजा, श्रीराम तिराहा से लेकर स्टेट बैंक और पंजाबी मार्केट में आनन-फानन में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। सभी मेडिकल स्टोर भी बंद कर दिए गए। शाम होने तक व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं।


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