गौरा की पांच समितियों में नहीं है डीएपी
विकासखंड गौरा के पांच सहकारी समितियों में रबी की बुवाई के लिए डीएपी की दरकार है। इधर 50 रुपए प्रति बोरी डीएपी की कीमत बढ़ जाने से किसान हैरान हैं। गौरा ब्लाक में आठ सहकारी समितियां हैं। इसमें डीएपी की जो खेप पहले आई थी बंट चुकी है। अब आई खेप में रामापुर नौड़ेरा सहकारी समिति में एनपीके 975 रुपये प्रति बोरी किसानों को दी जा रही है।
संसू, गौरा : विकासखंड गौरा के पांच सहकारी समितियों में रबी की बुवाई के लिए डीएपी की दरकार है। इधर 50 रुपए प्रति बोरी डीएपी की कीमत बढ़ जाने से किसान हैरान हैं। गौरा ब्लाक में आठ सहकारी समितियां हैं। इसमें डीएपी की जो खेप पहले आई थी बंट चुकी है। अब आई खेप में रामापुर, नौड़ेरा सहकारी समिति में एनपीके 975 रुपये प्रति बोरी किसानों को दी जा रही है। रामापुर सहकारी समिति में बुधवार को एनपीके का वितरण जारी रहा। सचिव अविनाश दुबे ने बताया कि समिति पर इस समय एनपीके आई है, जो किसानों को 975 रुपये प्रति बोरी दी जा रही है। जबकि पटहटियाकला समिति पर किसानों को डीएपी दी जा रही है। एडीओ कोआपरेटिव गिरीश कुमार ने बताया कि पटहटियाकला समिति पर डीएपी बंट रही है। अन्य पांच समितियों पर डीएपी का जो स्टाक पहले आया था बंट चुका है। यहां डीएपी की डिमांड की गई है। पहले डीएपी 1150 रुपए प्रति बोरी में थी। अब नए दर पर इसकी कीमत 1200 रुपए प्रति बोरी हो गई है, जिससे किसान हैरान हैं। उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। जबकि गेहूं की बोवाई सिर पर है। राजमणि, घनश्याम, राजनारायण, देवी प्रसाद सहित किसानों का कहना है कि डीएपी का दाम बढ़ा कर सरकार ने किसानों की कमर तोड़ दी है।