वन टीम ने लिया जायजा, कटघरे में मंडी प्रशासन
नगर क्षेत्र के महुली में नवीन मंडी स्थल का सुंदरीकरण कराने की योजना है। इसके नाम पर निर्माण स्थल पर हरियाली की चादर ताने 300 से अधिक पेड़ काट दिए गए। इसमें दर्जनों पेड़ उपयोगी फलदार व प्रतिबंधित भी रहे। पेड़ों को काटने की कोई अनुमति मंडी प्रशासन ने वन विभाग से नहीं ली। नियमों को कुछ नहीं समझा। वन विभाग को बस यूं ही बताकर अनुमति मिले बिना ही धड़ाधड़ हरे-भरे पेड़ों पर आरे चलाए गए। देखते ही देखते मामला लीक हो गया। इसकी शिकायत शासन से विश्वनाथगंज विधायक डॉ. आरके वर्मा ने कर दी।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : मनमाने ढंग से सैकड़ों पेड़ काटने के मामले में महुली मंडी समिति प्रशासन कठघरे में नजर आ रहा है। शुक्रवार को दैनिक जागरण में मामला उछलने पर वन विभाग और सख्त हो गया। डीएफओ ने जांच टीम गठित करके मौके पर भेज दी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि मंडी में बिना अनुमति पेड़ काटे गए हैं।
नगर क्षेत्र के महुली में नवीन मंडी स्थल का सुंदरीकरण कराने की योजना है। इसके नाम पर निर्माण स्थल पर हरियाली की चादर ताने 300 से अधिक पेड़ काट दिए गए। इसमें दर्जनों पेड़ उपयोगी, फलदार व प्रतिबंधित भी रहे। पेड़ों को काटने की कोई अनुमति मंडी प्रशासन ने वन विभाग से नहीं ली। नियमों को कुछ नहीं समझा। वन विभाग को बस यूं ही बताकर अनुमति मिले बिना ही धड़ाधड़ हरे-भरे पेड़ों पर आरे चलाए गए। देखते ही देखते मामला लीक हो गया। इसकी शिकायत शासन से विश्वनाथगंज विधायक डॉ. आरके वर्मा ने कर दी। यह मामला दैनिक जागरण में उछला तो वन विभाग ने एक्शन ले लिया। उसने लिखा-पढ़ी शुरू करते हुए 25 लाख का वृक्ष मूल्यांकन दावा ठोंका। शुक्रवार को डीएफओ द्वारा गठित जांच टीम मंडी पहुंची और मौके का जायजा लिया। इसमें सदर के एसडीओ वरुण सिंह सहित अफसर शामिल रहे।
यह रिपोर्ट आने के बाद डीएफओ बीआर अहीरवार ने वन अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करने का आदेश जारी कर दिया है। डीएफओ ने बताया कि दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर से उनको इस मामले की जानकारी हुई। इस पर टीम भेजकर जांच कराने पर मंडी प्रशासन प्रथम ²ष्टया दोषी मिला है। न तो अनुमति ली गई न ही लकड़ी की नीलामी से पहले विभाग से कुछ पूछा गया। औने-पौने दाम पर कीमती लकड़ी का सौदा कर लिया गया। इस पर वन विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा। पूरे मामले के बारे में शासन को भी बताया जाएगा।
--
फंसे सकते हैं मंडी अफसर
नगर के महुली मंडी में 300 पेड़ कटवाने के मामले में नया मोड़ आया है। मंडी सचिव रमेश चंद्र पांडेय निदेशक मंडी से अनुमोदन कराकर पेड़ कटवाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन पेड़ की संख्या में गड़बड़झाला किया गया है। वन विभाग के दावे से एक बात साफ हो गई है कि कुछ न कुछ तो है। मंडी परिषद के अपर निदेशक ने बताया कि 300 पेड़ काटे जाने के मामले में मंडी सचिव से रिपोर्ट मांगी गई है।