जंगल में लगी आग, सैकड़ों पेड़ जले
जंगल में आग लगने से शीशम और सागौन जैसे सैकड़ों पेड़ जलकर राख हो गए। ग्रामीणों के घंटों देर के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। आग से लाखों रुपये का नुकसान हो गया।
संवाद सूत्र, उड़ैयाडीह : जंगल में आग लगने से शीशम और सागौन जैसे सैकड़ों पेड़ जलकर राख हो गए। ग्रामीणों के घंटों देर के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। आग से लाखों रुपये का नुकसान हो गया।
पट्टी कोतवाली क्षेत्र के आशापुर अठगवां गांव के जंगल में बुधवार दोपहर में अराजक तत्वों ने जंगल में आग लगा दी। जब तक ग्रामीण कुछ समझ पाते तब तक तेज हवा के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर पूरे जंगल को अपनी चपेट में ले लिया। करीब 12 बीघे का जंगल जलकर राख हो गया। इस दौरान शीशम, सागौन, आम, महुआ, चिलबिल, बबूल और बांस के सैकड़ों पेड़ जल गए। ग्रामीण जंगल को आग से बचाने के लिए घंटों अथक प्रयास किए, लेकिन पछुआ हवा और सूखे सरपत से आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। इससे 12 बीघे के जंगल को पल भर में राख में तब्दील कर दिया। इस भीषण अग्निकांड में आशापुर अठगवां गांव के राम अचल सिंह, शिव अचल सिंह, डॉ. अमर सिंह, सुमन सिंह, विजय सिंह, रामकरण सिंह, लल्लन सिंह सहित दर्जनों किसानों के सैकड़ों पेड़ जलकर राख हो गए। किसान इस भीषण अग्निकांड में लाखों की वन संपदा खाक होने का अनुमान लगा रहे हैं। आग से गेहूं की फसल जली
संसू, आसपुर देवसरा : पट्टी कोतवाली क्षेत्र के मौर्य नगर में गेहूं की फसल में अचानक लगी आग लग गई। इससे फसल जलकर राख हा गई।
मौर्य नगर के राम विशाल तिवारी, रामकृपाल मौर्य, रामलाल पाल आदि किसानों ने अपनी फसल को काटकर बोझ बांधकर मड़ाई के लिए रखा था। बुधवार शाम को छह बजे अचानक संदिग्ध दशा में आग लग गई। इससे मड़ाई के लिए रखा हुआ गेहूं का करीब 300 बोझ जल गया। शोर सुनकर स्थानीय लोग दौड़े, लेकिन आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। किसी तरह आग पर काबू पाया गया । इस प्रकार तीन किसानों का काफी नुकसान हो गया।