आटा चक्की संचालक की गोली मारकर हत्या, ग्रामीणों में गुस्सा
कोतवाली के पूरे नेवाज खां (खानापट्टी) निवासी आटा चक्की संचालक की मंगलवार देर शाम किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी।
संसू, लालगंज : कोतवाली के पूरे नेवाज खां (खानापट्टी) निवासी आटा चक्की संचालक की मंगलवार देर शाम किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी। अगले दिन बुधवार को पोस्टमार्टम में हत्या की बात सामने आई। शव रखकर लोगों ने जाम लगा दिया। हत्यारोपित की गिरफ्तारी, शस्त्र लाइसेंस आदि की मांग करने लगे।
नगर पंचायत क्षेत्र लालगंज के वार्ड संख्या आठ पूरे नेवाज खां (खानापट्टी) निवासी नंदलाल मौर्य (51) लालगंज-घुइसरनाथ मार्ग पर स्थित खालसा चौराहा पर अपनी आटा की चक्की चलाते थे। वह मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे आटा चक्की की दुकान को बंद करके बाइक से घर जा रहे थे। घर से करीब दो सौ मीटर दूर वह संदिग्ध दशा में सड़क पर गिरे पड़े थे। उनकी बाइक बगल में पड़ी थी। सिर में ऊनी टोपी पहने थे एवं सिर के पीछे से खून बह रहा था। इसी दौरान कहीं से बाइक से घर लौट रहे मृतक के भाई पूर्व प्रधान पारसनाथ मौर्य पीछे से पहुंचे। गांव के दो अन्य लोग भी लालगंज से घर जाने के दौरान वहां पहुंच गए। लोगों ने नंदलाल को बाइक समेत सड़क पर गिरे देखा तो अवाक रह गए। बेहोश पड़े नंदलाल को लेकर लोग लालगंज सीएचसी पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने नंदलाल को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले आए। मृतक के भाई पारसनाथ ने पुलिस को सूचना देकर बाइक से गिरने से नंदलाल की मौत को जाने को लेकर तहरीर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को पता चला कि मृतक नंदलाल की मौत इत्फाकिया नहीं है, किसी ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी है। सिर के पीछे गोली लगने से नंदलाल की मौत हुई है। हत्या की जानकारी होते ही परिजन आक्रोशित हो उठे। शव लेकर दोपहर करीब डेढ़ बजे परिजन घर पहुंचे। हत्या की जानकारी ग्रामीणों व व्यापारियों को हुई तो आक्रोश और बढ़ गया। परिजनों के साथ बड़ी संख्या में गांव के पुरुष, महिलाएं व व्यापारीगण शव लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते लखनऊ वाराणसी हाइवे पर लालगंज चौक पर पहुंचे। बीच हाइवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। लोगों ने वाराणसी-लखनऊ हाइवे के साथ चौराहे पर घुइसरनाथ व कालाकांकर मार्ग को भी जाम कर दिया। शव रखकर जाम लगाए मृतक के पुत्रगण, पुत्री व पत्नी समेत सभी पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीएम, एसपी को बुलाने की मांग करने लगे।
सीओ जगमोहन ने लालगंज पुलिस के साथ ही उदयपुर, सांगीपुर व संग्रामगढ़ की पुलिस बल को भी मौके पर मुस्तैद कर दिया और लोगों को समझाने में जुटे रहे। मांगे पूरी न होने तक जाम समाप्त न करने की बात पर लोग अड़े रहे। एएसपी दिनेश दुबे मौके पर पहुंचे और उनकी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया। तब जाकर किसी तरह लोग मानें और जाम समाप्त किया। इसके बाद परिजन प्राइवेट वाहन से शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। तब जाकर पुलिस राहत भरी सांस लेती दिखी। कोतवाल राकेश भारती का कहना है कि भाई पारसनाथ मौर्य ने बाइक से गिरकर घायल होने से मौत हो जाने की तहरीर दी थी। जिस पर अब अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। परिजन किसी से कोई रंजिश की बात भी नहीं बता रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस व अस्पताल की लापरवाही की रही चर्चा
नंदलाल की गोली मारकर हत्या की घटना में पुलिस व अस्पताल की खानापूर्ति की जोरदार चर्चा रही। आक्रोशित लोगों का कहना रहा कि घटना के समय मृतक सिर पर ऊनी टोपी पहने थे। उनके सिर के पीछे गोली लगी थी। पीछे से खून भी बह रहा था। न तो कोतवाली पुलिस और न ही सीएचसी चिकित्सक, किसी ने भी मृतक की टोपी हटाकर घटना की वजह की पड़ताल करने का प्रयास नहीं किया। मृतक के भाई की तहरीर पर बाइक से गिरने से हुई मौत मानकर फुर्सत ले लिया था। करना पड़ा रूट डायवर्जन
आटा चक्की संचालक नंदलाल की गोली मारकर हत्या के बाद आक्रोशित लोगों के हाईवे पर जाम लगा देने से करीब दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा। स्थानीय पुलिस प्रशासन को नगर के संगम चौराहा व वर्मा नगर चौराहे से रुट डायवर्जन करना पड़ा। फिर भी वाहनों की लंबी कतार लगी दिखी। तो क्या गंवई राजनीति का शिकार हो गया नंदलाल.
संसू, लालगंज : कोतवाली क्षेत्र के पूरे नेवाज खां (खानापट्टी) निवासी नंदलाल मौर्य की गंवई राजनीति का शिकार होने की जोरदार चर्चा रही। मृतक के भाई पारसनाथ मौर्य पूर्व प्रधान थे। वह प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के रिश्तेदार भी बताए जाते हैं। गंवई राजनीति के चलते उनकी कुछ लोगों से प्रधानी को लेकर रंजिश की भी चर्चा रही। हलांकि मृतक की किसी से कोई रंजिश न होने की लोग बात करते दिखे। बावजूद इसके प्रधानी की रंजिश के चलते नंदलाल की हत्या की आशंका पर लोग जोर देते दिखे। वहीं करीब सप्ताह भर पूर्व जमीन की रंजिश को लेकर किसी से कुछ कहासुनी की भी दबी जुबान से चर्चा रही। यह भी चर्चा रही कि कहीं मृतक की किसी और के गफलत में तो हत्या नहीं कर दी गई। वहीं स्वजनों की मानें तो आखिर नंदलाल की हत्या क्यों किसी ने कर दी, इसे वे समझ नहीं पा रहे हैं। उनके अनुसार किसी से कोई रंजिश नहीं थी। सीओ जगमोहन का कहना है कि मृतक की किसी से रंजिश की बात सामने नहीं आ रही है। परिजन भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। घटना को लेकर छानबीन की जा रही है। शीघ्र ही राजफास हो जाएगा।