प्रतापगढ़ में बुखार बना एक परिवार के लिए काल, मासूम भाई-बहन की चली गई जान, चार दिनों से पीड़ित थे
प्रतापगढ़ के देवर पट्टी गांव में बुखार से पीड़ित एक भाई और बहन की मौत हो गई। वीरेंद्र सरोज के चार वर्षीय पुत्री तन्वी और दो वर्षीय बेटे अतिक को पिछले चार दिनों से बुखार था। तन्वी की कुंडा में और अतिक की प्रयागराज में उपचार के दौरान मौत हो गई। एक ही दिन में दो बच्चों की मौत से परिवार में मातम छाया है। ग्रामीणों ने क्षेत्र में चिकित्सा टीम भेजने की मांग की है।

प्रतापगढ़ में बुखार का कहर, मासूम भाई-बहन की हुई मौत।
संसू, जागरण, बाघराय (प्रतापगढ़)। जनपद के बिहार ब्लाक के देवर पट्टी गांव में बुखार से पीड़ित एक भाई और बहन की जान चली गई। एक साथ दो मौतों से परिवार के सदस्य गमगीन हैं। बताया जाता है कि दोनों पिछले चार दिनों से बुखार से पीड़ित थे।
बिहार ब्लाक के देवर पट्टी गांव की घटना
देवर पट्टी गांव के लच्छीपुर में शुक्रवार को बुखार ने एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों की जान ले ली। घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। गांव के वीरेंद्र सरोज की चार वर्षीय पुत्री तन्वी सरोज और दो वर्षीय बेटा अतिक सरोज को चार दिनों से बुखार आ रहा था। स्वजन दोनों का इलाज करा रहे थे।
मासूम तन्वी और अतिक सरोज की हुई मौत
बताया जाता है कि शुक्रवार को तबीयत ज्यादा खराब हुई तो परिवार के लोग तन्वी को दिन में उपचार के लिए कुंडा के एक निजी हास्पिटल ले गए। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। देर शाम दो वर्षीय पुत्र अतिक सरोज को भी तेज बुखार हो गया। स्वजन उसे लेकर चिल्ड्रेन हास्पिटल प्रयागराज पहुंचे, लेकिन वहां भी डाक्टर बचा नहीं सके।
चिकित्सा टीम भेजने की मांग
एक ही दिन में दो बच्चों की मौत से मां कल्पना सरोज का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों ही बच्चों की अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में हर कोई इस हृदयविदारक घटना से स्तब्ध है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में बढ़ते बुखार से रोकथाम के लिए तत्काल चिकित्सा टीम भेजी जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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