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केबिल बाक्स में फाल्ट, सैकड़ों गांव अंधेरे में

गौरा क्षेत्र में बिजली व्यवस्था सुधर नहीं रही है। अब रविवार की शाम करीब पांच बजे रानीगं

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 10:13 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 10:13 PM (IST)
केबिल बाक्स में फाल्ट, सैकड़ों गांव अंधेरे में
केबिल बाक्स में फाल्ट, सैकड़ों गांव अंधेरे में

गौरा : क्षेत्र में बिजली व्यवस्था सुधर नहीं रही है। अब रविवार की शाम करीब पांच बजे रानीगंज के समीप केबिल बॉक्स में आई फाल्ट के चलते 33/11 की विद्युत लाइन ब्रेकडाउन में होने से गौरा, पांडेयतारा, सहित तीन विद्युत उपकेंद्रों उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। इन तीनों विद्युत उपकेंद्र पर आपूर्ति ठप होने से क्षेत्र के करीब एक सैकड़ा से अधिक गांवों में आपूर्ति बाधित है। उपभोक्ता परेशान हैं।

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बारिश के चलते क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है । कभी ब्रेकडाउन तो कभी भूमिगत केबल में खराबी और कभी लोकल फाल्ट से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह लड़खड़ा गई है । विद्युत विभाग के अधिकारी भी इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इससे यहां उपभोक्ता हर रोज विद्युत आपूर्ति में अव्यवस्था से जूझ रहे हैं। रविवार की सुबह करीब आठ बजे से ही इन तीनों उपकेंद्र की आपूर्ति ब्रेकडाउन में हो गई थी। किसी तरह फाल्ट दूर करने के बाद शाम चार बजे के बाद आपूर्ति चालू हुई। आधे घंटे भी नहीं चल पाई और शाम करीब पांच बजे रानीगंज के पास भूमिगत केबिल का बॉक्स दगा दे गया। इसमें आई फाल्ट से तीनों पावर हाउस की आपूर्ति ठप हो गई। विद्युत उपकेंद्र खाखापुर के अवर अभियंता विनय जायसवाल ने ऐसी किसी जानकारी से ही साफ इन्कार कर दिया। विद्युत उपकेंद्र गौरा के अवर अभियंता अभय कुमार यादव ने बताया कि रानीगंज के पास केबिल बॉक्स में फाल्ट आई है। उसे दूर कराने का प्रयास किया जा रहा है।

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कहीं उड़ रहा फ्यूज, कहीं ट्रांसफार्मर फुंके

जासं, प्रतापगढ़ : जिले के ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था धड़ाम हो गई है। अठारह घंटे में महज दस घंटे की आपूर्ति हो पा रही है। उसमें भी फाल्ट आ गया तो शट डाउन झेलिए। कहीं फ्यूज उड़ जा रहे हैं तो कहीं ट्रांसफार्मर जल जा रहे हैं। लोग बेहाल हो रहे हैं। दिलीपपुर सोनाही, सब स्टेशन को ही बानगी के तौर पर लें तो इससे ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था का पूरा सच समझ में आ जाता है। बिजली न रहने से लोग घरों से निकलकर बाग का आसरा ले रहे हैं। सरकार ने ग्रामीण इलाकों में 18 से 20 घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश दिया है, पर ऐसा है नहीं। इलाके में ऐसा कोई दिन नहीं है जिस दिन पांच एमवीए का ट्रांसफार्मर का फ्यूज न उड़ जाए। इन दिनों तो सप्ताह भर से गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। मच्छरों का प्रकोप है और लोग मलेरिया, टाइफाइड बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। दोनों सब स्टेशन पर आधा दर्जन से अधिक अवैध लाइनमैन तैनात हैं, इसके बावजूद विभाग का कोई भी अधिकारी इन मामलों में बोलने को तैयार नहीं है। ट्रांसफार्मर से फ्यूज उड़ने के बाद कई घंटों तक आपूर्ति लगातार बाधित रहती है काफी मिन्नत के बाद लाइनमैन द्वारा पैसा लेकर विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए उसे जोड़ा जाता है। जिम्मेदार अधिकारी जेई और एसडीओ सब स्टेशन पर कभी दिखाई ही नहीं पड़ते हैं। उपभोक्ताओं का आक्रोश सातवें आसमान पर है। क्षेत्र के राजकुमार जयसवाल, विनोद सिंह, आशू मिश्रा रिकू मिश्रा वीरेंद्र सरोज अली अहमद, विजय कुमार गुप्ता, प्रदीप जयसवाल, रति लाल यादव ने धरना देने की चेतावनी दी है।


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