बेटे की मौत के पांच घंटे बाद पिता ने तोड़ा दम
शहर की जीजीआइसी गली में दुकान की छत से कूड़ा फेंकते समय हाईटेंशन लाइन के करंट की चपेट में आने से कपड़ा व्यापारी की मौत हो गई। बेटे की मौत के पांच घंटे बाद ही हार्टअटैक से पिता की मौत हो गई। पिता-पुत्र की मौत से स्वजनों में मातम छाया हुआ है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : शहर की जीजीआइसी गली में दुकान की छत से कूड़ा फेंकते समय हाईटेंशन लाइन के करंट की चपेट में आने से कपड़ा व्यापारी की मौत हो गई। बेटे की मौत के पांच घंटे बाद ही हार्टअटैक से पिता की मौत हो गई। पिता-पुत्र की मौत से स्वजनों में मातम छाया हुआ है।
शहर के पल्टन बाजार स्थित सब्जी मंडी निवासी विशाल खंडेलवाल (42) पुत्र कैलाश खंडेलवाल की जीजीआइसी गली में कपड़े की दुकान है। इस समय दुकान में निर्माण कार्य चल रहा है। विशाल शनिवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे दुकान पर पहुंचे और छत पर फैले कूड़े को लोहे के तसले में भरकर नीचे फेंकने लगे। इसी बीच छत के पास से गुजरे हाईटेंशन लाइन का करंट तसले में उतर गया। वह एक झटके में छत पर नीचे गिरे और उनकी मौके पर मौत हो गई।
दुकान पर रहे कर्मचारी फौरन उन्हें लेकर जिला अस्पताल भागे। वहां चेकअप के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बीच घटना की जानकारी होने पर परिवार के लोग जिला अस्पताल पहुंचे और शव लेकर घर चले गए। उधर, रायपुर दामाद के घर जा रहे विशाल के माता-पिता बेटे की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने पर प्रयागराज एयरपोर्ट से घर के लिए चल पड़े। यहां दोपहर करीब एक बजे घर पर पहुंचने पर बेटे विशाल का शव देखते ही कैलाश खंडेलवाल (70) को हार्ट अटैक पड़ा। परिवार के लोग उन्हें लेकर फौरन प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में ले गए। वहां इलाज के दौरान दोपहर करीब तीन बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। इस बीच सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने विशाल के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
एक साथ पिता-पुत्र की मौत से परिवार में मोहल्ले और व्यापारी वर्ग में मातम छा गया। विशाल की पत्नी वैशाली, बेटा सागर (15) व बेटी खुशी (12) रोने बिलखने लगे। घटना की जानकारी होने पर आलोक खंडेलवाल, प्रवीण खंडेलवाल, मनोज खंडेलवाल, आनंद खंडेलवाल, विजय खंडेलवाल, पूरनचंद्र खंडेलवाल, विकास खंडेलवाल, रजत खंडेलवाल सहित तमाम व्यापारी मृतक के घर पहुंच गए। विशाल के घर शोक संवेदना जताने वाले व्यापारियों का तांता लगा रहा।
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पिता-पुत्र की मौत से टूटा दुखों का पहाड़
कैलाश खंडेलवाल के दामाद की दो महीने पहले कोरोना से मौत हो गई थी। कैलाश खंडेलवाल पत्नी के साथ दामाद के घर रायपुर जा रहे थे। उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ना था। माता-पिता को एयरपोर्ट पहुंचाने विशाल के बड़े भाई अनूप खंडेलवाल गए थे। प्रयागराज में एयरपोर्ट पर पहुंचने घटना की जानकारी मिलने पर अनूप माता-पिता को लेकर घर के लिए चल दिए थे। दो महीने में दामाद के बाद अब पिता-पुत्र की मौत से अनूप खंडेलवाल और उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। अनूप की पत्नी की भी तबीयत खराब चल रही है।