किसानों का खरीद लिए धान, नहीं मिले पांच करोड़
किसानों को धान विक्रय करने के 72 घंटे के भीतर पैसा खाते में भेजने का निर्देश है लेकिन पीसीएफ व अन्य एजेंसियों के केंद्रों पर धान विक्रय करने के पांच दिन बाद भी पैसा नहीं मिला। इस तरह से सैकड़ों किसानों का करोड़ों रुपये अभी तक नहीं मिला। पैसा पाने को लेकर वह केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : किसानों को धान विक्रय करने के 72 घंटे के भीतर पैसा खाते में भेजने का निर्देश है, लेकिन पीसीएफ व अन्य एजेंसियों के केंद्रों पर धान विक्रय करने के पांच दिन बाद भी पैसा नहीं मिला। इस तरह से सैकड़ों किसानों का करोड़ों रुपये अभी तक नहीं मिला। पैसा पाने को लेकर वह केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं।
जिले भर में 15 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू है। अभी तक 10 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। खाद्य विभाग के अनुसार अभी तक जिले भर में दो हजार 749 किसानों ने धान बेचा है। धान विक्रय करने के एवज में करीब 10 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजा जाना था, लेकिन केंद्र प्रभारियों ने चार करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के खाते में कर दिया, जबकि पांच करोड़ रुपये अभी खाते में नहीं भेजा गया। शासन का दावा है कि किसानों से धान क्रय करने के 72 घंटे के भीतर पैसा खाते में भेजने का निर्देश है, यहां तो कई दिन बीत जाने के बाद भी किसानों को अपने पैसे के लिए क्रय केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहीं केंद्र प्रभारी बताते हैं कि तकनीकी खामियों के चलते किसानों के खाते में पैसा नहीं भेजा जा सका। इसी माह के अंत तक हर हालत में पैसा खाते में भेज दिया जाएगा।
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सबसे अधिक पीसीएफ का बकाया
धान क्रय करने के बाद किसानों के खाते में पैसा न भेजे जाने का सबसे अधिक बकाया पीसीएफ के केंद्रों पर है। इन केंद्रों पर ही सबसे अधिक बकाया है। हालांकि इसे लेकर पीसीएफ के अफसरों ने केंद्र प्रभारियों को सचेत किया है। पत्र के जरिए कहा है कि अगर किसानों के खाते में जल्द पैसे का भुगतान न किया गया तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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क्रय केंद्रों पर धान विक्रय करने के बाद किसानों के खाते में निर्धारित समय के भीतर पैसा भेजा जा रहा है। तकनीकी खामियों के चलते काफी किसानों के खाते में पैसा नहीं भेजा जा सका। इसे लेकर केंद्र प्रभारियों को सचेत किया गया है।
-धीरेंद्र कुमार, जिला प्रबंधक (पीसीएफ)