सीएचसी में नवजात की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा
अंतू थाना क्षेत्र के बझान निवासी आदर्श सिंह की पत्नी दीक्षा सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उन्हें शुक्रवार की सुबह सीएचसी संडवा चंद्रिका में भर्ती कराया। शाम को पांच बजे दीक्षा ने बेटे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ होने पर डाक्टर ने दोनों को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया। शनिवार की सुबह करीब आठ बजे बच्चे की तबियत अचानक खराब हो गई। तब परिजनों ने इसकी जानकारी डाक्टर को दी। डाक्टर नवजात शिशु का इलाज करने लगे। इस दौरान नवजात की मौत हो गई।
संसू, संड़वा चंद्रिका : स्थानीय सीएचसी में बच्चे के जन्म के कुछ ही घंटे बाद मौत हो जाने पर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजनों ने डाक्टर व मेडिकल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ से कार्रवाई की मांग की। अंतू थाना क्षेत्र के बझान निवासी आदर्श सिंह की पत्नी दीक्षा सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उन्हें शुक्रवार की सुबह सीएचसी संडवा चंद्रिका में भर्ती कराया। शाम को पांच बजे दीक्षा ने बेटे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ होने पर डाक्टर ने दोनों को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया। शनिवार की सुबह करीब आठ बजे बच्चे की तबियत अचानक खराब हो गई। तब परिजनों ने इसकी जानकारी डाक्टर को दी। डाक्टर नवजात शिशु का इलाज करने लगे। इस दौरान नवजात की मौत हो गई। इस पर परिजन आक्रोशित हो गए। वह लोग डाक्टर व मेडिकल स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। बच्चे के पिता आदर्श सिंह ने बताया कि बच्चे की तबीयत रात से ही खराब थी। सूचना के बाद भी कोई डाक्टर रात में इलाज करने नहीं आया। इससे उसकी मौत हो गई। सूचना पर अस्पताल पहुंची अंतू पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसकी शिकायत सीएमओ से की। इसके बाद परिजन बच्चे का शव लेकर घर चले गए। इस मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ. पंकज ने बताया कि परिजनों द्वारा लगाया जा रहा आरोप गलत है। जच्चा-बच्चा दोनों ठीक थे। कर्मचारियों ने वार्ड में पंखा चलाने से मना किया था। बावजूद इसके परिजन पंखा चला दिए। इससे नवजात बच्चे को ठंड लगने से हाइपोथर्मिया हो गई। जिस वजह से बच्चे की मौत हो गई।