चर्चित बूथों पर रहेगी अतिरिक्त सतर्कता
पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारी जोरों पर है। राज्य निर्वाचन आयोग भी बराबर तैयारी पर नजर बनाए हुए है। इस बीस उनसे ऐसे बूथों पर खास सतर्कता के निर्देश दिए हैं जहां पिछले चुनाव में बवाल हुआ था।
जासं, प्रतापगढ़ : पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारी जोरों पर है। राज्य निर्वाचन आयोग भी बराबर तैयारी पर नजर बनाए हुए है। इस बीस उनसे ऐसे बूथों पर खास सतर्कता के निर्देश दिए हैं जहां पिछले चुनाव में बवाल हुआ था।
पिछले चुनाव में जिले में कहीं मतपेटी में पानी डाला गया था तो कहीं उसे लूटकर अराजकतत्व भाग गए थे। ऐसे बूथ इस बार पैरा मिलिट्री की निगरानी में रखने की मंशा है। जिस तरह से आयोग की तैयारी है, उससे तय है कि बवाली बूथ किलेबंदी में रहेंगे। इस सूची में जिले के आठ बूथ अब तक मिले हैं। इनमें से अधिकांश बूथ रानीगंज व पट्टी तहसील क्षेत्र के हैं। वहां पर 2015 में मतदान के दिन अंतिम में बवाल हो गया था। इस बार ऐसा कुछ न हो इस पर आयोग का खास जोर है। इधर पुलिस भी अपनी तैयारी में है। एडीजी का दौरा होने पर उसमें पंचायत चुनाव की तैयारी पर ही फोकस बात होती है। बवालियों पर गुंडा व गैंगस्टर लगाया जा रहा है। उनको पाबंदी के दायरे में लाकर मनोबल तोड़ा जा रहा है।
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शहीद के पुत्र का भी नाम सूची से साफ
संसू, सगरासुंदरपुर : मतदाता सूची से नाम हटाने व जोड़ने के कार्य में कई पात्र लोग भी झटका खा रहे हैं। संभावित उम्मीदवारों के गुणा-भाग के चलते हर ग्राम सभा में सक्रियता देखी जा रही है। क्षेत्र के लीलापुर ग्राम सभा के प्रधान प्रतिनिधि शंकर ओझा के अनुसार लीलापुर ग्राम सभा में मुल्तानीपुर के तमाम ऐसे लोगों के नाम मतदाता सूची में डाल दिए गए हैं, जो मानक पर नहीं हैं। पात्र होने से नाम बढ़ने के बाद भी नाम काटा जाना मतदाताओं के लिए एक जटिल समस्या हो गई है। लीलापुर ग्राम सभा निवासी राष्ट्र के लिए शहीद हो गए जगदीश प्रसाद तिवारी के पुत्र विनय कुमार तिवारी का भी नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। उन्होंने दोबारा नाम बढ़ाने के लिए आवेदन किया है ।अब ऐसे में बार-बार वोटर लिस्ट जारी होने के बाद वोटर लिस्ट देखना लोगों की मजबूरी बन गई है। लोगों में अपना नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने का डर सता रहा है।