आपातकाल वह काला दिवस है, जिसे हम भूल नहीं सकते
सर्वोदय सद्भावना संस्थान के अध्यक्ष धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास द्वारा गुरुवार को लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सम्मान किया गया।
जासं, प्रतापगढ़ : सर्वोदय सद्भावना संस्थान के अध्यक्ष धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास द्वारा गुरुवार को लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सम्मान किया गया। उन्हें उनके घर जाकर अंगवस्त्रम एवं श्रीफल के साथ ही मां वाराही महात्मय की पुस्तक भेंट की गई। इस मौके पर लोकतंत्र रक्षक सेनानी एवं पूर्व विधायक संगम लाल शुक्ल ने कहा कि आपात काल वह काला दिन है जिसे हम भूल नहीं सकते। प्रतापगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. सूर्यबली पांडे के नेतृत्व में जो विराट आंदोलन चला था, उसमें किसान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजाराम, कुंवर तेजभान सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामसेवक तिवारी एडवोकेट, विद्या शंकर पांडे, जवाहर लाल श्रीवास्तव एवं रामबोथ पांडे जैसे अनेकों लोगों को जेल भेजा गया था। किसी ने सरकार के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया।
अपने स्वागत के मौके पर अधिवक्ता एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी कृपाशंकर ओझा ने कहा कि तानाशाही की हद हो गई थी। किसानों नौजवानों बुद्धिजीवियों एवं व्यापारियों को देशद्रोह के अंदर गिरफ्तार किया जा रहा था। कार्यक्रम के आयोजक धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे ने कहा कि आपातकाल घोषित होने के बाद के अंतिम बैठक मेरे घर सर्वोदय भवन पर 26 जून 1975 को हुई थी।