जरूरत के समय पानी की जगह नहरों में उड़ रही धूल
किसानों को रबी की फसल के लिए पानी की जरूरत है तो नहरों में धूल उड़ रही है। विभाग का भी अजब रवैया है। जब नहरों में पानी होना चाहिए तो उसकी सफाई कराई जा रही है। अभी पानी के लिए किसानों को एक पखवारा और इंतजार करना पड़ेगा।
प्रतापगढ़ : किसानों को रबी की फसल के लिए पानी की जरूरत है तो नहरों में धूल उड़ रही है। विभाग का भी अजब रवैया है। जब नहरों में पानी होना चाहिए तो उसकी सफाई कराई जा रही है। अभी पानी के लिए किसानों को एक पखवारा और इंतजार करना पड़ेगा।
धान की फसल काटने के बाद गेहूं की बोआई का सीजन चल रहा है। इसके लिए किसानों को पानी की जरूरत है, लेकिन नहरों में पानी की जगह धूल उड़ रहा है। जिले की नहरों में इन दिनों सिल्ट सफाई का कार्य चल रहा है। यह कार्य 30 नवंबर तक पूरा करना है। विभाग की मानें तो दिसंबर के प्रथम सप्ताह में नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। गोतनी प्रतिनिधि के अनुसार विकास क्षेत्र कुंडा के मानिकपुर से निकली हथिगवां रजबहा में पानी न छोड़े जाने से किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं की बोआई प्रभावित हो रही है। मानिकपुर से निकली हथिगंवा माइनर में बीते दो माह से पानी नहीं छोड़ा गया है। इसके कारण नहर में धूल उड़ रही है। नहर के किनारे के खेतों में सिचाई का दूसरा साधन न होने से किसान परेशान हैं। क्षेत्र के राममनोहर यादव, मथुरा प्रसाद गुप्ता, शिव प्रसाद, रामनरेश तिवारी, संजय गुप्ता, लवलेश दुबे, मातादीन सरोज आदि का कहना है कि अगर समय रहते पानी नहीं छोड़ा गया तो फसल प्रभावित हो जाएगी। रानीगंज कैथौला प्रतिनिधि के अनुसार किसानों के लिए इस समय रबी फसल का सीजन चल रहा है। किसान धान की फसलों को काटकर गेंहू की फसल बोने की तैयारी में जुटे हैं, खेत सूखे हैं। किसानों को पानी की सख्त आवश्यकता है। इस दौरान नहरों में पानी की जगह धूल उड़ रही है। पड़री, गौखाड़ी, मेढ़ावां, नयापुरवा, रायपुर आदि गांवों के किसानों ने नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग डीएम से की है। इस संबंध में सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार पाल ने बताया कि 30 नवंबर तक नहरों की सफाई करा ली जाएगी। दिसंबर के पहले सप्ताह में नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।
कैसे पहुंचेगा हीरागंज रजबहा में टेल तक पानी
संसू, बाबागंज : बाबागंज के शारदा सहायक से निकली हीरागंज रजबहा की खुदाई तो शुरू हुई, लेकिन सिल्ट सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। इससे बाबागंज से बिहार तक कैसे पानी पहुंचेगा यह तो ऊपर वाला ही जाने।
कई बार बिहार के लोगों ने टेल तक पानी न पहुंचने का शिकायती पत्र तहसील दिवस में की थी। डीएम ने आश्वासन भी दिया था कि इस बार खोदाई हो जाने के बाद इसका पानी टेल तक पहुंचेगा, लेकिन मानक के अनुरूप खोदाई न होने के कारण टेल तक पानी पहुंचना मुश्किल है।
अधिशासी अभियंता सिचाई सुधीर पाल का कहना है कि सिल्ट सफाई का निरीक्षण किया जा रहा है। टेल तक पानी अवश्य पहुंचेगा।
अधीक्षण अभियंता ने सिल्ट सफाई का किया निरीक्षण
संसू, प्रतापगढ़ : अधीक्षण अभियंता राम प्रताप सिंह ने अजगरा व सगरा क्षेत्र में सिल्ट सफाई का निरीक्षण किया। उन्होंने सगरा रजबहा में 28 से 29 किमी के बीच, पिडरी माइनर में शून्य से .500 किमी के बीच तथा कैथौला मइनर में शून्य सं .700 किमी के बीच हुई सिल्ट सफाई के कार्यो को देखा। उन्होंन साइड स्लोप की ड्रेसिग ठीक से कराने का निर्देश देने के साथ ही कार्यो में तेजी लाने का निर्देश दिया। इस दौरान अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार पाल, सहायक अभियंता शैलेंद्र कुमार, अवर अभियंता अरुण कुमार सिंह भी रहे।