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नवरात्र पर भक्तों का उमड़ा रेला, दिखा मां शैलपुत्री के प्रति भक्ति का ज्वार

शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां बेल्हादेवी धाम में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कलश स्थापना के साथ लोगों ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 07:14 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 01:29 AM (IST)
नवरात्र पर भक्तों का उमड़ा रेला, दिखा मां शैलपुत्री के प्रति भक्ति का ज्वार
नवरात्र पर भक्तों का उमड़ा रेला, दिखा मां शैलपुत्री के प्रति भक्ति का ज्वार

प्रतापगढ़, जेएनएन। शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां बेल्हादेवी धाम में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कलश स्थापना के साथ लोगों ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की। देर शाम तक लोग दर्शन पूजन करते रहे। हर तरफ भक्ति भावना बहती दिखी। नवरात्र के पहले दिन लोग मां दुर्गा की भक्ति में लीन हो गए।

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भोर से उमड़ने लगे देवी भक्त

नवरात्र के पहले दिन मां शैल पुत्री का पूजन किया गया। मां बेल्हा देवही धाम में भोर से ही लोग पहुंचने लगे। इसके साथ ही शहर के बलीपुर में मां दुर्गा देवी मंदिर, दहिलामऊ में शिव मंदिर, सिविल लाइन के शिव मंदिर पर लोगों ने मां दुर्गा का दर्शन पूजन किया। सुबह से देर शाम तक बेल्हा मंदिर में दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। यहां पर भक्तों को लोहे की रेलिग से गुजारा जा रहा था, ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। वहीं भक्तों को सैनिटाइज करने के लिए मुख्य द्वार पर सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है, जो भक्तों के प्रवेश करते ही फुहारे के रूप में चलने लगती है। जय मां के जयकारे से पूरा प्रांगण गूंजता रहा। वहीं पूरे जिले में मां का दरबार सजा रहा और भक्तों का रेला देर शाम तक लगा रहा। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस तैनात रही। श्रद्धा में डूबे भक्त, मां के लगे जयकारे

नवरात्र के पहले दिन सिद्धपीठ मां चंडिका देवी धाम में भक्तों ने पहुंच कर मां के दर्शन पूजन किया। मां के जयकारे के साथ लोग फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए दर्शन पूजन किया। कोरोना के भय के चलते प्रतिवर्ष की अपेक्षा मंदिर में भीड कम रही। नवरात्र पर सिद्धपीठ मां चंडिका देवी धाम में आसपास के जनपदों की भीड मां के दर्शन के लिए आती है। सुबह से ही भक्तों की भीड मां के दर्शन के लिए पहुंच गई। महिलाएं मंगल गीत गाते हुए मां का दर्शन किया। अंतू पुलिस धाम में लगी रही।

ंभक्तों का लगा रहा तांता

कुंडा प्रतिनिधि के अनुसार मानिकपुर नगर में स्थित सिद्धपीठ मां ज्वाला देवी धाम में भोर से ही भक्तों का तांता लगा रहा। दूर-दूर से आने वाले लोगों ने शाहाबाद ,किलातट ,राजघाट आदि घाटों पर गंगा स्नान किया और तीर्थ पुरोहितों को अन्न दान व द्रव्य दान अर्पित कर पुण्य के भागी बने। इसके उपरांत सिद्ध पीठ मां ज्वाला देवी का दर्शन किया, मंदिर के पुजारी गंगा प्रसाद सुखी ने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था। मां ज्वाला देवी सेवा समिति के सदस्यों ने कोरोना काल के चलते तत्परता दिखाई और मंदिर के अंदर भीड़ नहीं लगने दिया गया। पुजारी गंगा प्रसाद शुक्ला ने स्थानीय लोगों से अपील की कि दूर-दराज से आने वाले लोगों के दर्शन करने के उपरांत ही मां भगवती के दर्शन के लिए आवें, जिससे मंदिर प्रांगण में भीड़ न लग सके। बाघराय संवाद सूत्र के अनुसार बाघराय के सिद्ध पीठ चामुंडा धाम पर नवरात्र के पहले दिन सुबह से ही पूजन अर्चन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने सामाजिक दूरी बनाते हुए मां के धाम में पूजन अर्चन किया। चामुंडा धाम पर आयोजित शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ कलश पूजन के साथ प्रारंभ हुआ। स्वामी धराचार्य जी महाराज प्रयागराज ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ कराते हुए कहा कि यज्ञ होने से पूरा क्षेत्र शुद्ध हो जाता है। भक्तिमय वातावरण में लोग सराबोर हैं। मां की कृपा बरस रही है। इस क्षेत्र का इतिहास है, कभी भी चामुंनडा धाम के आसपास कोई भी दैवीय आपत्ति नहीं आई। यह मातारानी का ही चमत्कार है। आयोजक इंजीनियर विनोद मिश्रा ने बताया कि कोरोनावायरस का बचाव करते हुए यह कार्यक्रम नौ दिनों तक दिन-रात चलता रहेगा। एसओ उमेश कुमार सिंह ने भी चामुंडा धाम बाघराय, कामाक्षी धाम बाघराय में मौजूद रहकर आयोजक समिति की व्यवस्था का अवलोकन किया। इसी तरह कामाक्षीधाम कमासिन, नरसिंहनी देवी धाम गलगली में भी नवरात्र का मेला शनिवार को प्रारंभ हुआ। श्रद्धालुओं का जमघट देर शाम तक लगा रहा।

जाम में फंसे रहे लोग

नवरात्र के प्रथम दिन गंगा स्नान करने वालों की भीड़ इतनी अधिक हो गई कि इनायत गंज से लेकर शाहाबाद गंगा घाट तक जाम लग गया। इसके कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कुछ समय के लिए तो प्रयागराज लखनऊ हाईवे भी बाधित हो गया, परंतु प्रशासन पूरी तरह अनभिज्ञ बना रहा। अलीगंज चौराहे से लेकर गंगा घाटों तक कहीं भी पुलिस के जवानों की आवश्यकता प्रशासन को महसूस नहीं हुई। मां दुर्गा की पूजा को लगे पंडाल

शारदीय नवरात्र के पहले दिन जगह जगह मां दुर्गा की पूजा आराधना शैलपुत्री के रूप में हुई। हालांकि इस बार कोरोना महामारी को लेकर आयोजकों द्वारा दुर्गा पंडालों का स्वरूप छोटा किया गया है। श्रद्धालुओं की संख्या भी सीमित रखी गई। नगर के हरिहरमंदिरम्, बलीपुर कटरा के इनहन भवानी धाम, असरही के गुम्मौर देवी, कल्यानपुर मे मां काली तथा अगई में दुर्गन देवी धाम, राहाटीकर में मां दुर्गा मंदिर मे भी वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मां दुर्गा का पूजन अर्चन हुआ। देवी धामों में भक्तों ने मां को नारियल चुनरी अर्पित कर इच्छा पूर्ति की कामना की। वहीं शुभ मुहूर्त मे दोपहर बाद घरों-घरों मे भी मां भगवती की कलश स्थापना होती देखी गई। इनहन भवानी धाम में आचार्य राजेश मिश्र के संयोजन में श्रद्धालुओं के लिए मास्क व सेनिटाइजर का भी प्रबन्ध दिखा। कोतवाली पुलिस भी नवरात्र के पहले दिन ग्रामीण अंचलो मे देवी धामों मे भीड़ को लेकर सावधान दिखी। वहीं बाबा घुइसरनाथ धाम मे नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर देवी पूजन मे शामिल हुये। देउम तथा तिना चितरी स्थित बूढेश्वर नाथ धाम मे भी भगवान शंकर को भक्तों ने जल चढ़ाये तथा मंदिर परिसर स्थित देवी मां की भी आराधना की।

मां वाराही देवी चौहरजन धाम में भक्तों ने टेका मत्था

सिद्ध पीठ मां वाराही देवी चौहरजन धाम का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। सिद्ध पीठ मां वाराही देवी अपनी ऐतिहासिकता और पौराणिकता की विरासत को समेटे बैठी हैं। यहां दोनों नवरात्र में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु मां के चरणों में माथा टेकने आते हैं। मां भी अपने भक्तों को बल प्रदान करती हैं। नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री के रुप में मां दुर्गा की पूजा मां वाराही देवी की हुई मां के भक्तों ने भोर से शाम तक मां के चरणों में माथा टेक मां वाराही देवी से आशीर्वाद मांगा। वहीं मां दुर्गा के भक्तों ने शुभ मुहूर्त में अपने घरों में कलश स्थापना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ कर मां दुर्गा का पूजन-अर्चन किया। गांव के मंदिर भी गुलजार रहे, मां वाराही चौहरजन देवी धाम पर सुबह से शाम तक भक्तों ने मां वाराही के चरणों में माथा टेका और मां वाराही देवी से आशीर्वाद मांगा। ग्रामीण अंचल की मंदिरों में भी मां देवी के भक्तों ने पूजा पाठ कर मां से आशीर्वाद मांगा। वही रानीगंज, दुर्गागंज, लच्छीपुर, जामताली, रामापुर, फतनपुर, सुवंसा सहित बाजारों में दुर्गा पंडाल मे मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा पाठ शुरु किया गया दुर्गा पंडाल में जयकारों की गूंज है सुबह शाम आरती हो रही है। लगते रहे भगवती के जयकारे

शारदीय नव नवरात्र के पहलें दिन मां के जयकारें से पूरा अंचल भक्ति मय हो गया। शनिवार को भोर से ही मां दुर्गा भक्ति धाम चंदीपुर में श्रद्धालुओं की भीड़ मां के दर्शन पूजन के लिए उमड़ पड़ी। श्रद्धालु हाथ में नारियल चुनरी , फल, फूल तथा प्रसाद लेकर मां का जयकारा लगा कर दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। मंदिर के व्यवस्थापक अरूण मिश्रा श्रद्धालुओं को व्यवस्था देते नजर आए। मंदिर में पहुंचने वाले हर श्रद्धालु देवी गीतों व जयकारों से झूम रहे थे। इसी प्रकार गोडे गांव स्थित अष्टभुजा देवी धाम पर भी भोर से ही मां के दर्शन व पूजन के लिए श्रद्धालु उमड पड़े। सभी मां के भक्त कतार में खड़े होकर अपनी-अपनी बारी का इंतजार करते रहे। । शनिवार को बंदर बाबा धाम पूरे बसई , बरासराय , कोहंडौर बाजार, थाने के सामने तथा रामापुर गांव सहित कई स्थानों पर मां के जयकारों के बीच मां की मूर्ति स्थापित की गई। नौ दिनों तक देवी गीतों तथा भक्ति मय कार्यक्रमों से पूरा अंचल भक्तिमय रहेगा। इस बार पंडालों को आकर्षक लाइटिग से सजाया गया है। कोरोना वायरस के चलते इस बार पांडालों में सोशल डिस्टेंसिग के तहत पूजन की व्यवस्था की गई हैं।


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