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रेलवे ट्रैक पर मिली युवक की लाश

प्रतापगढ़ : नगर कोतवाली क्षेत्र के गोपालापुर गांव में गुरुवार की भोर में रेलवे ट्रैक पर एक युवक की ल

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 11:18 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 11:18 PM (IST)
रेलवे ट्रैक पर मिली युवक की लाश
रेलवे ट्रैक पर मिली युवक की लाश

प्रतापगढ़ : नगर कोतवाली क्षेत्र के गोपालापुर गांव में गुरुवार की भोर में रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश पड़ी मिली। इस घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हत्या और आत्महत्या के बीच झूलती इस घटना की पुलिस अभी जांच कर रही है। युवक की शिनाख्त बाराबंकी जिले के प्रदीप वर्मा के रूप में हुई है।

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बाराबंकी जिले के बंदासराय थाना क्षेत्र के शहरी अड्डा मोहल्ला निवासी प्रदीप कुमार वर्मा (24) पुत्र रमेशचंद्र की लाश गुरुवार की भोर में गोपालापुर गांव के पास ट्रैक के अंदर बिछी एक चादर पर पड़ी मिली। ग्रामीणों से सूचना मिलने पर भुपियामऊ चौकी के सिपाही पंकज, भारत पांडेय मौके पर पहुंचे। आसपास के लोगों से शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

सिपाहियों ने तलाशी ली तो पैंट में एक डायरी मिली। उसमें प्रदीप के छोटे भाई अनुज का मोबाइल नंबर मिला। सिपाहियों ने अनुज को फोन करके घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने पर दोपहर प्रदीप के पिता रमेशचंद्र परिजनों के साथ पहुंचे और शव की पहचान बेटे प्रदीप के रूप में की। प्रदीप की जेब से लखनऊ से वाराणसी का ट्रेन का टिकट और बाराबंकी से पालीटेक्निक तक का बस का टिकट मिला। पुलिस इसे सुसाइड का केस बता रही रही है, वहीं परिजन सुसाइड की बात से इन्कार कर रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि वह बाराबंकी से सीधे लखनऊ पहुंचा होगा। वहां से ट्रेन से वाराणसी जाते समय प्रतापगढ़ में उतर गया होगा। अब वह गोपालापुर क्यों गया। यहां किसी साजिश का शिकार हो गया या दुर्घटना हो गई। अगर सुसाइड करना था तो वह अपने घर ही कर सकता था। प्रतापगढ़ में उसका कोई परिचित तो नहीं था, जिसने प्रदीप को बुलाया हो और उससे कोई विवाद हो गया हो। प्रदीप जम्मू में किसी फैक्ट्री में काम करता था। मकर संक्रांति पर वह घर आया था, तब से यहीं रह रहा था। उसकी शादी चार साल पहले हुई थी। कोई संतान नहीं थी। चर्चा है कि पत्नी से कुछ विवाद हुआ था।

कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव का कहना है कि युवक ने सुसाइड किया है। पुलिस के इस बयान के साथ ही सवाल उठता है कि प्रदीप के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। ऐसे में पुलिस सुसाइड कैसे कह सकती है। परिजन भी सुसाइड की बात से इन्कार करते रहे। हत्या और आत्महत्या के बीच झूलती इस मौत से सही जांच ही सच्चाई का उजागर कर सकती है। अब पुलिस कितनी जिम्मेदारी से जांच को करती है, यह घटना की तफ्तीश के स्तर से साफ हो जाएगा।


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