Move to Jagran APP

कोरोना इफेक्ट, टॉफी पैक में बिकेगा आवले का मुरब्बा

देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन है। सारे उद्योग धंधे बंद हैं। सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहे उद्यमी अब देश और लोगों की अर्थव्यवस्था को भाप बाजार में उतरने के नए तौर-तरीके खोज रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 20 May 2020 06:06 AM (IST)
कोरोना इफेक्ट, टॉफी पैक में बिकेगा आवले का मुरब्बा
कोरोना इफेक्ट, टॉफी पैक में बिकेगा आवले का मुरब्बा

आशुतोष तिवारी, प्रतापगढ़: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन है। सारे उद्योग धंधे बंद हैं। सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहे उद्यमी अब देश और लोगों की अर्थव्यवस्था को भाप बाजार में उतरने के नए तौर-तरीके खोज रहे हैं। इसी खोज ने प्रतापगढ़ के देश व्यापी कारोबार आवला के उत्पादों की शक्ल बदलने का प्लेटफार्म तैयार कर दिया है। इसमें अब मुरब्बा, लड्डू, बर्फी जैसे उत्पाद टॉफी पैक में भी मिलेंगे। यानी कम पैसे होंगे तो भी आवले के मुरब्बे, बर्फी का स्वाद मिलेगा।

loksabha election banner

यहा स्थापित दो दर्जन आवला फैक्ट्रियों में ताला पड़ा है। उद्यमी लॉकडाउन के बाद की स्थितियों के बारे में सोच रहे हैं। प्रतिठति आवला उद्यमी आलोक खंडेलवाल का मानना है कि लॉकडाउन के बाद आवला से जुड़े उद्योगपतियों के लिए स्थिति अनुकूल नहीं रहेगी। उसका कारण साफ है कि आम ग्राहकों की क्रय शक्ति काफी कमजोर हो चुकी होगी। ऐसे में पहले वह जरूरत की चीजों (दाल, चावल, आटा आदि) की व्यवस्था करेंगे। आवला के उत्पाद खरीदने में उनकी रुचि नहीं रहेगी। यह स्थिति आवला कारोबारियों के लिए शुभ नहीं है। ऐसे में हमने तमिलनाडु से सीख ली है, जहा आधा किलो या एक किलो के स्थान पर सिंगल मुरब्बा और बर्फी को टॉफी की तरह की पैकिंग में बेचा गया। इसे ऑफिस जाने वाले लोगों व बच्चों ने भी खूब पसंद किया। इससे कम जरूरत वाले ग्राहक को पूरा डिब्बा लेने के लिए दो सौ या ज्यादा रुपये नहीं खर्च करना पड़ा, बल्कि आठ से दस रुपये में भरपूर स्वाद मिला।

खंडेलवाल ने बताया कि पूरे देश में प्रतापगढ़ के आवले का कोई जोड़ नहीं है। यहा के आवले से बनने वाले लड्डू, बर्फी, कैंडी, मुरब्बा एवं जूस जैसे उत्पादों की खुशबू दुनिया भर में फैली है। ऐसे में कोरोना के चलते बदले परिवेश में आवला उत्पाद को सिंगल पीस पैकिंग में तैयार करने के लिए उन्होंने तमिलनाडु की तरह की मशीन कानपुर से मंगवाई है। अब प्रतापगढ़ और दूसरे राज्यों में सिंगल पीस बिक्री प्लान को बढ़ाएंगे। इससे लोगों को उत्पाद खरीदने में आसानी होगी और माल भी बिकेगा। प्रमुख आवला उद्यमी रमेश प्रताप सिंह भी कहते हैं, मार्केट में रहने के लिए ऐसे बदलाव तो करने ही होंगे। लॉकडाउन खत्म होते ही आवला के उत्पाद टॉफी की तरह नए पैक में मिलेंगे। यह आफिस लंच में स्थान बनाने के साथ बच्चे को भी पसंद आएगा। सेहत भी सुधरेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.