मांगे मानने पर माने किशोरी के स्वजन, सुरक्षा में अंत्येष्टि
मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी जमीन का पट्टा सहित अन्य मांगें पूरी करने के अफसरों के आश्वासन पर किशोरी के स्वजन मान गए और गुरुवार को सुबह पुलिस की कड़ी सुरक्षा में शव को प्रयागराज जिले के श्रृंगवेरपुर घाट के पास दफना दिया। उधर एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार करके बुधवार को जेल भेज दिया था।
संवाद सूत्र, कुंडा/बाघराय : मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी, जमीन का पट्टा सहित अन्य मांगें पूरी करने के अफसरों के आश्वासन पर किशोरी के स्वजन मान गए और गुरुवार को सुबह पुलिस की कड़ी सुरक्षा में शव को प्रयागराज जिले के श्रृंगवेरपुर घाट के पास दफना दिया। उधर, एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार करके बुधवार को जेल भेज दिया था।
बाघराय थाना क्षेत्र के एक गांव की 17 वर्षीय किशोरी ने मंगलवार को दोपहर छेड़खानी से तंग आकर घर के सामने कुएं में कूदकर जान दे दी थी। किशोरी की मां व पिता ने आरोप लगाया था कि पुवांसी गांव में स्थित ढाबे का संचालक डब्बू सिंह व उसका सगा भाई गुड्डू सिंह और ढाबे पर काम करने वाला गुन्नू तिवारी निवासी ढिगवस उनकी बेटी को करीब छह महीने से छेड़ रहे थे। लोकलाज के कारण वह इसकी शिकायत पुलिस से नहीं कर रहे थे। किशोरी के पिता का आरोप है कि इस बीच सोमवार की रात गुन्नू तिवारी उनके घर में कूदकर उनकी बेटी से छेड़छाड़ करने लगा। विरोध करने पर उन्हें मारा-पीटा था। आए दिन की छेड़छाड़ से तंग आकर उनकी बेटी ने कुएं में कूदकर जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट, पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। गुड्डू को मंगलवार की रात ही पुलिस ने गिरफ्तार करके बुधवार को जेल भेज दिया था। पुलिस ने डब्बू को भी बुधवार को हिरासत में ले लिया था।
इस बीच पोस्टमार्टम के बाद किशोरी का शव बुधवार की शाम घर लाया गया तो स्वजनों ने शव की अंत्येष्टि से इन्कार कर दिया। इससे पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। देर रात तक सीओ सदर तनु उपाध्याय व सीओ कुंडा जितेंद्र अग्रहरि मृतक के स्वजनों को समझाते रहे, लेकिन वह शव के अंतिम संस्कार करने को लेकर स्वजन तैयार नहीं हो रहे थे। स्वजन मुख्य आरोपित गुन्नू तिवारी की गिरफ्तारी, मुकदमे की विवेचना सीओ सदर को सौंपने, एक बीघे जमीन का पट्टा, आर्थिक सहायता व शस्त्र लाइसेंस की मांग कर रहे थे। गुरूवार को सुबह करीब छह बजे नायब तहसीलदार रामजनम यादव, सीओ कुंडा जितेंद्र मृतका के घर पहुंचे और सभी मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया। जिला पंचायत सदस्य प्रफुल्ल सिंह ने मध्यस्थता की। इसके बाद स्वजन शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। फिर शव को सुबह 7.30 बजे घर से उठाकर करीब एक किमी दूर पैदल मुख्य मार्ग पर लाया गया और वहां से मैजिक से शव को लेकर श्रृंगवेरपुर के लिए रवाना हो गए। स्वजन शव लेकर 9.30 बजे श्रृंगवेरपुर गंगा घाट पहुंचे। वहां 10 बजे शव को दफनाया गया। इस दौरान अंत्येष्टि के दौरान जिला पंचायत सदस्य प्रफुल्ल सिंह, बिहार ब्लाक के प्रमुख अनुभव यादव, प्रधान दिनेश जायसवाल मौजूद रहे। इसके अलावा बाघराय, कुंडा, उदयपुर, हथिगवां थाने की पुलिस श्रृंगवेरपुर घाट पर मुस्तैद रही। शव दफनाने के बाद स्वजन गुरुवार को दोपहर 12:45 बजे घर पहुंचे।