दशहरा, भरत मिलाप के स्वरूप को लेकर असमंजस
प्रतापगढ़। नगर के सुप्रसिद्ध भरत मिलाप और दशहरा के साथ ही शिव बरात की अभी कोई तैयारी श
प्रतापगढ़। नगर के सुप्रसिद्ध भरत मिलाप और दशहरा के साथ ही शिव बरात की अभी कोई तैयारी शुरू नहीं हुई है। शिव बरात निकलने में दो सप्ताह से भी कम का समय रह गया है, अभी रामलीला समिति की कोई तैयारी नहीं दिख रही है।
इस बार शिव बरात सात अक्टूबर को निकाली जानी है। दशहरे का पर्व 15 अक्टूबर को पड़ रहा है और भरत मिलाप 17 अक्टूबर की रात होगा। इसके लिए महीनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती थीं। इस बार ऐसा नहीं दिख रहा है। जबकि कोरोना का संक्रमण भी अब नाम मात्र का रह गया है। शासन-प्रशासन द्वारा कई तरह की छूट भी मिल गई है। इसके बाद भी रामलीला समिति रूपरेखा बनाने के लिए सक्रिय नहीं दिख रही है। आश्चर्य तो इस बात का है कि अभी तक समिति का चुनाव भी नहीं हो सका है। हर साल पितृपक्ष के दौरान ही नई कमेटी का चुनाव हो जाने से तैयारियों में तेजी आने लगती थी। इस बार ऐसा नहीं हो सका है। झूला लगेगा कि नहीं, शोभा यात्राएं किस तरह से निकलेंगीं, मेले में भीड़ कितनी होगी, सजावट का क्या स्वरूप होगा इस तरह के तमाम सवाल खड़े हो गए हैं।
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होती है कई तैयारियां-
रामलीला मैदान की सफाई, विद्युत लाइनों को दुरुस्त करने, तारों को कसे जाने, रथ गुजरने वाले मार्गो के गड्ढों को भरने जैसे कार्य भी रामलीला समिति द्वारा प्रशासन से मिलकर पत्र सौंपने के बाद होते हैं। अब इसमें बहुत कम समय रह गया है।
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कहां से होगा संचालन-
इस बार रामलीला समिति के पास अपना कार्यालय भी नहीं है। पहले गोपाल मंदिर कार्यालय से संचालन होता था। इस बार वहां दूसरा कार्यालय खुल गया है। ऐसे में कई दिनों तक होने वाले कार्यक्रमों का संचालन कहां से होगा, कैसे होगा, इसे भी तय करना है।
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मंत्री का दावा-
रामलीला समिति के मंत्री विपिन गुप्ता ने कहा कि समिति की आंतरिक तैयारी हो रही है। पदाधिकारी आपस में बात कर रहे हैं। जल्दी ही प्रशासन को पत्र सौंपकर गाइडलाइन की जानकारी मांगी जाएगी। उसी के अनुसार कार्यक्रम कराए जाएंगे।