कमेटी ने अधीक्षण अभियंता को सौंपी जांच रिपोर्ट
अवैध रूप से बिजली के सामान के डंप पाए जाने के मामले की विभागीय जांच पूरी हो गई है। इसमें केवल इतना पता चला है कि सोनावां गांव में हाईवे के किनारे मिले सामान मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के हैं। प्रतापगढ़ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता क्योंकि यह जिला पूर्वांचल खंड में आता है। अधीक्षण अभियंता सत्यपाल ने जांच कमेटी बनाई थी जिसके मुखिया एक्सईएन परीक्षण दीपक कुमार बनाए गए थे। इस कमेटी ने शुक्रवार को एसी को रिपोर्ट सौंप दी।
जासं, प्रतापगढ़ : अवैध रूप से बिजली के सामान के डंप पाए जाने के मामले की विभागीय जांच पूरी हो गई है। इसमें केवल इतना पता चला है कि सोनावां गांव में हाईवे के किनारे मिले सामान मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के हैं। प्रतापगढ़ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता, क्योंकि यह जिला पूर्वांचल खंड में आता है। अधीक्षण अभियंता सत्यपाल ने जांच कमेटी बनाई थी, जिसके मुखिया एक्सईएन परीक्षण दीपक कुमार बनाए गए थे। इस कमेटी ने शुक्रवार को एसी को रिपोर्ट सौंप दी। एसी सत्यपाल ने बताया कि वहां पर मिले ट्रांसफार्मर समेत सभी सामान मध्यांचल खंड के हैं। यह किसके हैं, कैसे यहां रखे थे, यह सब पुलिस की जांच में सामने आएगा। विभागीय जांच रिपोर्ट पूर्वांचल विद्युत निगम के एमडी को भेज दी जाएगी। आगे की जांच और कार्रवाई उच्च स्तर पर ही होगी। इधर सीओ सिटी अभय कुमार पांडेय का कहना है कि विभागीय रिपोर्ट मिलने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी। अभी फिलहाल डंप मिले विद्युत सामान को अपना बनाने वाला कोई सरकारी कर्मी या ठेकेदार सामने नहीं आया है।
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राजपा ने मढ़े आरोप
जासं, प्रतापगढ़ : राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी की बैठक शुक्रवार को जिला कार्यालय स्कूल वार्ड में हुई। इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजू कसेरा, उपाध्यक्ष रामजी यादव, अमित गौतम, संगीता वर्मा, रवि गुप्ता आदि ने विचार रखे। इन लोगों ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। खासकर प्रतापगढ़ में हत्या,लूट से हर कोई सहमा है। श्याम बिहारी गली में डकैती की वारदात पुलिस के लिए शर्मनाक है।
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हादसे की हो सीबीआइ जांच
जासं, प्रतापगढ़ : आम आदमी पार्टी ने मुराद नगर श्मशान घाट पर हुए हादसे को भ्रष्टाचार का नमूना बताया है। शुक्रवार को राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर जिलाध्यक्ष दिनेश उपाध्याय, शिव कैलाश पांडेय, पंकज पाल, कृष्ण कुमार शुक्ला, विद्या शंकर, बलदेव सिंह, राजेंद्र पांडेय ने हादसे की सीबीआइ जांच की मांग की।