रात में हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं सफाई कर्मी
महानगरों की तर्ज पर पालिका प्रशासन ने यहां पर भी रात में सफाई करानी शुरू कराई। करीब दो माह तक सब कुछ ठीक ठाक रहा। इन दिनों रात में सफाई करने के लिए कर्मी वार्ड में पहुंच रहे हैं लेकिन वह हाजिरी लगाने के कुछ ही देर में वह वहां से गायब हो जा रहे हैं। सुपरवाइजरों व सफाई निरीक्षक की लापरवाही से यह समस्या पैदा हुई है। अफसर भी रात में इसकी चेकिग नहीं कर रहे हैं। इस वजह से सफाई कर्मी व सुपरवाइजर मनमाने हो गए हैं। बरसात के चलते सप्ताह भर से रात में सफाई ही नहीं हो रही है।
प्रतापगढ़ : महानगरों की तर्ज पर पालिका प्रशासन ने यहां पर भी रात में सफाई करानी शुरू कराई। करीब दो माह तक सब कुछ ठीक ठाक रहा। इन दिनों रात में सफाई करने के लिए कर्मी वार्ड में पहुंच रहे हैं, लेकिन वह हाजिरी लगाने के कुछ ही देर में वह वहां से गायब हो जा रहे हैं। सुपरवाइजरों व सफाई निरीक्षक की लापरवाही से यह समस्या पैदा हुई है। अफसर भी रात में इसकी चेकिग नहीं कर रहे हैं। इस वजह से सफाई कर्मी व सुपरवाइजर मनमाने हो गए हैं। बरसात के चलते सप्ताह भर से रात में सफाई ही नहीं हो रही है।
नगर पालिका क्षेत्र में 25 वार्ड है। मौजूदा समय में नगर क्षेत्र की कुल आबादी एक लाख से अधिक की है। लखनऊ, प्रयागराज, दिल्ली, पंजाब की तर्ज पर नगर पालिका क्षेत्र में भी रात के दौरान मुख्य सड़कों की सफाई कराने की व्यवस्था शुरू हुई। करीब दो माह तक सब कुछ ठीक-ठाक चला, लेकिन इन दिनों नगर के अस्पताल वार्ड, बेगमवार्ड, सहोदरपुर पूर्वी, महुली, करनपुर सिविल लाइन, मीराभवन सहित अन्य कई वार्ड में रात में सफाई नहीं हो रही है। सुपरवाइजर भी केवल एकाध चक्कर वार्ड में लगाकर गायब हो जा रहे हैं। इससे शहर को स्वच्छ व साफ-सुथरा बनाने का सपना साकार नहीं हो रहा है। इसमें कर्मचारी से लेकर अफसर तक इसके जिम्मेदार हैं। अगर यह सक्रिय होते तो निश्चित रूप से रात में सफाई नियमित रूप से होती। अगर रात में अफसर औचक निरीक्षण करते तो निश्चित रूप से हो रही लापरवाही पकड़ में आती। ईओ मुदित सिंह ने बताया कि रात के दौरान सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। औचक निरीक्षण किया जाएगा। गायब रहने वाले सफाई कर्मियों पर कार्रवाई होगी। हालांकि रात के दौरान सुपरवाइजरों को सड़कों की सफाई करते कर्मियों की वीडियो व फोटो खींचकर भेजने को कहा गया है।