Move to Jagran APP

फीस न जमा करने पर बच्चों को घंटों फील्ड में खड़ा किया

विद्यालय में शुल्क न जमा करने पर बच्चों को स्कूल प्रबंधन ने घंटों बाहर फील्ड में खड़ा कर दिया जिससे एक बच्ची अचेत होकर गिर पड़ी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 10:38 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 06:22 AM (IST)
फीस न जमा करने पर बच्चों को घंटों फील्ड में खड़ा किया
फीस न जमा करने पर बच्चों को घंटों फील्ड में खड़ा किया

संसू, संडवा चंद्रिका : विद्यालय में शुल्क न जमा करने पर बच्चों को घंटों बाहर फील्ड में खड़ा कर दिया गया। इससे एक छात्रा बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। चार दिन पहले घटी इस घटना की शिकायत पीड़ित छात्रा के पिता ने मुख्यमंत्री से की है। वहीं इस पूरे घटनाक्रम से शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया है।

loksabha election banner

अंतू थाना क्षेत्र के पश्चिमगांव स्थित तुलसी एकेडमी में पूरबगांव निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह की बेटी अंशिका कक्षा चार और रितिका कक्षा दो में पढ़ती हैं। इन दोनों छात्राओं की तीन महीने की फीस स्कूल में जमा नहीं थी। चार अक्टूबर को ये दोनों बहने स्कूल गई थीं। स्कूल में दोनो बहनों से फीस के बाबत पूछा गया। बच्चियों के पिता धीरेंद्र सिंह का आरोप है कि चार अक्टूबर को उनकी दोनों बेटियों को कक्षा से बाहर करके घंटो फील्ड में खड़ा कर दिया गया था। इससे उनकी छोटी बेटी रितिका गश खाकर जमीन पर गिर गई थी। फीस न जमा कर पाने वाले दर्जन भर अन्य बच्चों को भी फील्ड में खड़ा किया गया था। छुट्टी होने पर बच्चे घर लौटे तो उन्हें बच्चों के साथ हुई ज्यादती का पता चला। उन्होंने इस बाबत स्कूल जाकर प्रबंधक से शिकायत की, तो उन्हें धमकी दी गई। जिसकी शिकायत 100 डॉयल पुलिस से की। शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस लौट गई। पीड़ित ने इसकी शिकायत ऑनलाइन मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की है। इस बारे में बीएसए अशोक कुमार सिंह ने कहा कि शिकायत मिलने पर जांच करके दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

....

फीस मांगने पर लगाते हैं आरोप :

स्कूल के प्रबंधक समर बहादुर सिंह से बात की गई तो उन्होंने फीस के लिए छात्राओं को खड़ा करने के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि बच्चों की फीस तीन महीने से नहीं वरन तीन साल से नहीं जमा है। पड़ोस के होने के नाते बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं और मेरे रिश्तेदार भी हैं। जब इनसे शुल्क जमा करने की बात कही जाती है तो यह तरह-तरह के आरोप लगाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.