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बच्चों ने बताया खाना बनाना सीखा, ऑनलाइन क्लास लिया

कॉलेज व अपने सहपाठियों को बहुत अधिक मिस किया। पर ऑनलाइन क्लास प्रतिदिन ले रही थी जिससे पाठ्यक्रम काफी पूरा हो गया है। इस बार की छुट्टियों में कोरोना के कारण ना घूमने जा सकते थे और ना ही ननिहाल ही गए पर भोजन बनाने से लेकर बहुत कुछ घर में सीखने को मिला।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 11:55 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 11:55 PM (IST)
बच्चों ने बताया खाना बनाना सीखा, ऑनलाइन क्लास लिया
बच्चों ने बताया खाना बनाना सीखा, ऑनलाइन क्लास लिया

प्रतापगढ़ : कॉलेज व अपने सहपाठियों को बहुत अधिक मिस किया। पर ऑनलाइन क्लास प्रतिदिन ले रही थी, जिससे पाठ्यक्रम काफी पूरा हो गया है। इस बार की छुट्टियों में कोरोना के कारण ना घूमने जा सकते थे और ना ही ननिहाल ही गए, पर भोजन बनाने से लेकर बहुत कुछ घर में सीखने को मिला। यह कहना था अष्टभुजा इंटर कालेज जेठवारा की कक्षा 12 की छात्रा राधा शुक्ला का। राधा ने लॉकडाउन के अुनभव जागरण से साझा किए।

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सेामवार को दो पाली में स्कूल खोले गए। पहली पाली में कक्षा नौ व दस तथा दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 के बच्चों को बुलाया गया था। जागरण टीम जब अष्टभुजा इंटर कालेज जेठवारा में पहुंची तो दूसरी पाली की कक्षाएं चल रहीं थीं। शिक्षक स्कंद त्रिपाठी बच्चों को पढ़ाने में मशगूल थे। टीम ने छात्र-छात्राओं से उनके लॉक डाउन के अनुभव के बारे में बातचीत किया। कक्षा 12 की छात्रा साक्षी ने कहा कि इस लॉक डाउन ने बहुत कुछ सिखाया। हमारी मम्मी ने हमें भोजन बनाना भी सिखा दिया। साथ मे कम आय में कैसे जीवन जिया जाता है, यह भी हमने सीखा, जो जीवन भर काम देगा। विद्यालय न आने के कारण बहुत अधूरापन लग रहा था।

कक्षा 12 विज्ञान वर्ग के छात्र हर्ष सिंह ने कहा कि अब विद्यालय खुलना चाहिए। सात महीने में हमारे लिए प्रशिक्षण का समय था। ऑनलाइन शिक्षण के अतिरिक्त हम स्वयं से पढ़ना व समस्याओं को हल करना सीखे। कक्षा 11 की छात्रा श्रेया सिंह ने कहा कि उसने लॉक डाउन को एक त्यौहार के रूप में मनाया। बहुत ही अधिक एंजॉय किया। पर अब हमें पढ़ना है और हम पढाई पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कक्षा 11 की मुस्कान बानो ने कहा सभी लोगों ने यह लड़ाई मिलकर लड़ी, हम बच्चों ने भी इस लड़ाई में पूरा साथ दिया। हम लोगों को कॉलेज से दूर रहना बहुत ही कष्ट दायक लगा। हमें यह सात महीना जीवन भर याद रहेगा। अभी भी हमें बहुत ही सावधानी रखनी होगी। कक्षा 11 की सेजल सिंह ने कहा कि हमने लॉक डाउन में कई प्रेरणादायी कहानियां पढ़ीं व हमारी नानी ने हमें कहानी भी सुनाई। कालेज के प्रधानाचार्य लालता प्रसाद पांडेय ने बताया कि सोमवार को 150 छात्र-छात्राएं स्कूल आए थे।


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