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प्रतापगढ़ में अपराध के विरोध में बंद रहे बाजार

कोहड़ौर बाजार में दो सगे व्यापारी भाइयों की हत्या, अमरगढ़ व कोहड़ौर में व्यापारी से रंगदारी मांगने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी न होने के विरोध प्रतापगढ़ के प्रमुख बाजार बंद रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 07:08 AM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 07:08 AM (IST)
प्रतापगढ़ में अपराध के विरोध में बंद रहे बाजार
प्रतापगढ़ में अपराध के विरोध में बंद रहे बाजार

संसू, प्रतापगढ़ : कोहड़ौर बाजार में दो सगे व्यापारी भाइयों की हत्या, अमरगढ़ व कोहड़ौर में व्यापारी से रंगदारी मांगने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी न होने के विरोध में जिले के प्रमुख बाजार बंद रहे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। आक्रोशित व्यापारियों ने राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। वहीं इस मामले में बढ़ते आक्रोश को भांप आइजी भी जिला मुख्यालय पहुंचे और पुलिस अधिकारियों की क्लास ली। साथ ही कोहड़ौर का दौरा किया और व्यापारियों को जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।

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उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय आह्वान पर 13 अगस्त को ही प्रतापगढ़ बंद करने का एलान कर दिया गया था। उसी का प्रभाव रहा कि गुरुवार को शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के प्रमुख बाजार बंद रहे। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार के जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुमार केसरवानी, महामंत्री संजय सोनी की अगुवाई में दर्जनों व्यापारियों ने बाइक रैली निकाली और शहर का भ्रमण किया। सबसे पहले व्यापारी जोगापुर में एकत्रित हुए। वहां पर खुली दुकानों को बंद कराया गया। इसके बाद रैली भंगवा चुंगी पहुंची। यहां पर किराना व अन्य खुली दुकानों को बंद कराने में व्यापारियों को पसीना बहाना पड़ा। इसके बाद व्यापारियों की रैली बलीपुर पहुंची। व्यापारियों की भारी भीड़ देखने के बाद दुकानदार अपनी दुकानों के शटर अचानक गिराकर उसी में कैद हो गए। इसके बाद व्यापारी गाजी चौराहे पर पहुंचे, जहां पर गाजी मिठाई की दुकान खुल देखकर दर्जनों व्यापारी वहां पहुंचकर नारेबाजी करके हंगामा करने लगे। इसके बाद उनका हुजूम पीडब्लूडी होते हुए सिविल लाइन पहुंचा, जहां मेडिकल की दुकानों को भी बंद कराया और दुकानदारों से रैली में शामिल होने की अपील की गई। इसके बाद व्यापारी आंबेडकर चौराहा होते हुए मीराभवन, फिरराजापाल टंकी चौराहा पहुंचे। कचहरी रोड और पंजाबी मार्केट में दुकानें सुबह से ही बंद थीं। व्यापारियों का जमावड़ा कार्यक्रम स्थल चौक में देखने लायक था। वहा सभा हुई औ्र सभी व्यापारी नेताओं ने कोहड़ौर बाजार में रंगदारी को लेकर व्यापारी भाई श्याम सुंदर और श्याम मूरत के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने को पुलिस की नाकामी बताया। साथ ही इस घटना के बाद कोहड़ौर बाजार के तीन व्यापारियों से रंगदारी मांगने पर पुलिस अधिकारियों को जमकर धिक्कारा। चेतावनी दी कि अगर जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो व्यापारी सड़क पर उतर आएंगे। इस दौरान शिव कुमार, सतीश सोनी, श्याम लाल, सुरेश, सोनू जायसवाल, महेंद्र ¨सह, शिवम केसरवानी, मुन्ना, इंद्र नारायण, संदीप, सुजीत जायसवाल, श्रीराम जायसवाल, भोला अग्रहरि, धीरज उपाध्याय, प्रदीप खंडेलवाल, अशोक ¨सह, दयानंद जायसवाल, रोहित ¨सह, विक्रम ¨सह आदि मौजूद रहे।

इधर बंद कराया, उधर खोल ली दुकानें

प्रतापगढ़ बंद करने में व्यापारी नेताओं को पसीना बहाना पड़ा। गुरुवार को एक ओर जहां व्यापारी जोगापुर, बलीपुर, पूरे नर¨सहभान, गाजी चौराहा, सब्जी मंडी समेत अन्य बाजारों में खुली दुकानों को बंद करवा रहे थे, वहीं दूसरी ओर कुछ दुकानदार व्यापारी नेताओं के आगे जाते ही पीछे से अपना प्रतिष्ठान खोल देते। कुछ ऐसा ही हाल चौक, चिलबिला सहित शहर के अन्य बाजारों का भी रहा। आंबेडकर चौराहे पर किराना दुकानदार राजेश कुमार से दुकान बंद कराने में व्यापारियों से भी झड़प हुई।

बंदी को सफल बनाने का किया आह़्वान

व्यापारियों के साथ हो रही घटनाओं से नाराज व्यापारियों ने गुरुवार को शहर से लेकर अंचल तक की दुकानें बंद रखी। प्रतिनिधि मंडल द्वारा शहर में ई-रिक्शा के माध्यम से पूरे शहर में प्रचार-प्रसार कराकर बंदी को सफल बनाने का आह्वान किया। सबसे खास बात तो यह रही कि चिलबिला के काफी व्यापारी इन टोलियों में शामिल नहीं हुए।


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