बिग बी के वादे पर झूमा प्रतापगढ़ का बाबू पट्टी गांव
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने पैत्रिक गांव रानीगंज के बाबूपट्टंी कब आएंगे यह तो अभी तय नहीं है लेकिन उनके वादे मात्र से गांव वाले झूम उठे हैं। बुधवार को बाबू पट्टंी विकास की नई उम्मीदों संग इतराता नजर आया। कौन बनेगा करोड़पति के 12 वें संस्करण में मंगलवार रात प्रसारित एपिसोड में हाट सीट पर बैठी भिलाई की बैंकर अंकिता सिंह के जौनपुर निवासी मौसा के आग्रह पर मेगा स्टार ने कहा था कि परिवार में चर्चा हुई है। जल्द ही हम लोग पुरखों के गांव बाबू पट्टंी जाएंगे। वहां के लिए कुछ करना है भले ही स्कूल का निर्माण हो अथवा कुछ और। इस वादे को सुन बाबू पट्टी में उत्सुकता बढ़ गई। यहां रहने वालों के तमाम सपनों को पंख लग गए हैं।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने पैत्रिक गांव रानीगंज के बाबूपट्टंी कब आएंगे, यह तो अभी तय नहीं है, लेकिन उनके वादे मात्र से गांव वाले झूम उठे हैं। बुधवार को बाबू पट्टंी विकास की नई उम्मीदों संग इतराता नजर आया। कौन बनेगा करोड़पति के 12 वें संस्करण में मंगलवार रात प्रसारित एपिसोड में हाट सीट पर बैठी भिलाई की बैंकर अंकिता सिंह के जौनपुर निवासी मौसा के आग्रह पर मेगा स्टार ने कहा था कि परिवार में चर्चा हुई है। जल्द ही हम लोग पुरखों के गांव बाबू पट्टंी जाएंगे। वहां के लिए कुछ करना है भले ही स्कूल का निर्माण हो अथवा कुछ और। इस वादे को सुन बाबू पट्टी में उत्सुकता बढ़ गई। यहां रहने वालों के तमाम सपनों को पंख लग गए हैं।
अमिताभ बच्चन के पिता व प्रख्यात साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन का जन्म इसी गांव में हुआ था। अध्ययन के लिए वह प्रयागराज (पूर्ववर्ती इलाहाबाद) गए तो फिर वहीं बस गए। हालांकि उनका अपने गांव आना-जाना लगा रहा। अलबत्ता अमिताभ कभी बाबूपट्टी नहीं आ पाए। वैसे जया बच्चन पांच मार्च 2006 को बाबूपट्टी गांव आई थीं। यहां उन्होंने अपने श्वसुर हरिवंश राय बच्चन के नाम से बने पुस्तकालय का लोकार्पण किया था। हरिवंश राय बच्चन के चचेरे भाई शारदा प्रसाद श्रीवास्तव का पैर छूकर बहू ऐश्वर्या राय के साथ फिर गांव आने का वादा किया था, लेकिन वह घड़ी अब तक नहीं आई।
पूरी योगी सरकार आइ जाए गांव..
मंगलवार रात केबीसी देख रही महिमा श्रीवास्तव, मीनाक्षी व सरिता उस समय खुशी से उछल पड़ीं, जब बिग बी ने प्रतिभागी अंकिता सिंह के मौसा से निकट भविष्य में बाबू पट्टी जाने की मंशा साझा की। सभी की आंखों से झर-झर आंसू बहने लगे। बुधवार को महिमा बड़े उत्साह के साथ बताती रही कि बिग बी जल्दी अइहीं। अब गांव क कायाकल्प होइ जाए। मीनाक्षी ने कहा कि बिग बी के दोस्त हैं देश के प्रधानमंत्री मोदी। बिग बी के गांव में आते ही मोदी के इशारे पर पूरी योगी सरकार गांव में आइ जाए। भइया बिग बी के आवे क मतलब गांव का विकास होई, कालेज और अस्पताल का निर्माण होई।
तस्वीर लेकर खड़े हुए और लगा रहा मजमा
गांव में हरिवंश राय बच्चन पुस्कालय के सामने बुधवार को प्रधानाध्यापक प्रशांत यादव, संगीता मिश्रा, सुमन, नितेश मिश्रा, शैलेष, शेषमनि, रमाकांत, प्रेमचंद्र, महेश, जगन्नाथ और सुरेंद्र हाथ में बिग बी की फोटो लेकर खड़े थे। यहां पर घंटों लोगों को मजमा लगा रहा। इस पुस्तकालय के निर्माण पर 22 लाख का खर्च आया था। वर्तमान में इसकी हालत बेहद खराब है। यहां एक भी पुस्तक नहीं है।
---------------
बिग के पट्टंीदार का भी नाम रख दिया अमिताभ
बिग बी के चचेरे चाचा शारदा प्रसाद श्रीवास्तव अब दुनिया में नहीं रहे। उनके पौत्र अमिताभ बब्लू श्रीवास्तव बताते हैं कि उनके पिता ने उनका नाम भी प्यार से अमिताभ रख दिया। हरिवंश राय बच्चन हमेशा उनके बाबा शारदा प्रसाद को चिट्ठी लिखते और मुंबई भी बुलाते। महिला डिग्री कालेज का भी वादा
पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला बताते हैं कि जया बच्चन ने कई वादे किए थे, उनमें से एक महिला डिग्री कालेज बनवाने का भी था। गांव की वर्तमान प्रधान कलावती कहती हैं कि प्रधानी के चुनाव के पहले बिग बी आ जाते तो उनके कार्यकाल में एक सुनहरा अवसर जुड़ जाता। काली चौरा पर टेका था माथा
जया बच्चन गांव में काली चौरा देवी स्थान भी गई थीं और गांव देवी को नमन कर परिवार के कल्याण की कामना की थी। तमाम महिलाओं को आज भी वह पल याद है कि कैसे पूरे समय जया बच्चन सिर पर पल्लू लिए रहीं।