सामान्य और क्रिटिकल बूथों का ब्योरा मांगा
पंचायत चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान पर राज्य निर्वाचन आयोग का पूरा जोर है। इसके लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। आयोग ने जिले के सामान्य और क्रिटिकल बूथों का ब्योरा मांगा है। जिले में पिछले चुनाव में तीन हजार से अधिक बूथ बने थे। इनमे से आठ फीसद बूथ ऐसे थे जहां गड़बड़ी हुई थी। कहीं मारपीट हुई थी तो कहीं एजेंटों ने ऐ दूसरे पर आरोप लगाए थे कि वोटिग में पक्षपात हो रहा है।
जासं, प्रतापगढ़ : पंचायत चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान पर राज्य निर्वाचन आयोग का पूरा जोर है। इसके लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। आयोग ने जिले के सामान्य और क्रिटिकल बूथों का ब्योरा मांगा है। जिले में पिछले चुनाव में तीन हजार से अधिक बूथ बने थे। इनमे से आठ फीसद बूथ ऐसे थे, जहां गड़बड़ी हुई थी। कहीं मारपीट हुई थी तो कहीं एजेंटों ने ऐ दूसरे पर आरोप लगाए थे कि वोटिग में पक्षपात हो रहा है। एक दो जगह तो बक्सा लेकर भाग जाने तक की बात सामने आई थी। इस बार ऐसा कुछ न होने पाए, इस प्रयास में आयोग अभी से ही लग गया है। उसने बूथों पर पिछले साल की स्थिति का विवरण मांगा है। यह भी कहा है कि जहां की फोटो उस वक्त की उपलब्ध हो उसे भी भेजा जाए। इसमें पुलिस विभाग का सहयोग लेकर उसके रिकार्ड में दर्ज बवाली बूथों का विवरण अलग से दें। इसमें उन कारणों का उल्लेख करें जो इसके लिए सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से जिम्मेदार लगते हों।
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पट्टी में 34 सुपरवाइजर लगे
संसू, पट्टी : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए निर्वाचक नामावली में पुनरीक्षण का कार्य अंतिम दौर में चल रहा है। इसके लिए प्रत्येक बुधवार व शनिवार को समीक्षा के दौरान एसडीएम व तहसीलदार द्वारा कार्य की प्रगति की जानकारी ली जा रही है। अभी तक आधे से अधिक ग्राम पंचायतों के पुनरीक्षण का कार्य पूरा किया जा चुका है। यह कार्य 12 नवंबर तक होना है। इसके लिए पट्टी तहसील क्षेत्र के चारों ब्लॉकों में बीएलओ को काम सौंपने के बाद इसके निरीक्षण के लिए 34 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। पुनरीक्षण कार्य के प्रगति की जानकारी नियमित रूप से एसडीएम व तहसीलदार द्वारा ब्लॉक के बीडीओ से ली जाती है। एसडीएम डीपी सिंह ने बताया कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार तेज गति से चल रहा है नियमित रूप से कार्य प्रगति की जानकारी ली जा रही है।