कमाल है..जेल से मनरेगा मजदूरी
प्रतापगढ़ मनरेगा के धन का बंदरबाट किस तरह से किया जा रहा है इसका ताजा प्रकरण ब्लाक लक्ष्मणपु
प्रतापगढ़ : मनरेगा के धन का बंदरबाट किस तरह से किया जा रहा है, इसका ताजा प्रकरण ब्लाक लक्ष्मणपुर में सामने आया है। ग्राम पंचायत अधिकारी मनरेगा के धन को मनमाने तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं। हद तो यह है कि जेल में बंद एक बंदी भी मनरेगा का भुगतान प्राप्त कर रहा है। यह मामला पकड़ में आया तो अब अफसरों में खलबली मच गई।
लक्ष्मणपुर विकास खंड के रामपुर कल्हवारी ग्राम पंचायत का मामला है। यहां तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से प्रधान के द्वारा मनरेगा के पैसों के बंदरबांट का आरोप लगाया गया है। मनरेगा जाब कार्ड में गोलमाल करके जेल में निरुद्ध एक जाब कार्ड धारक कैदी के खाते में भी पैसा ट्रांसफर कर दिया गया। जेल प्रशासन का कहना है कि बंदी कारागार में ही है। यह मामला इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ तो ब्लाक में खलबली मच गई। इस बाबत जिम्मेदार ग्राम पंचायत अधिकारी आशा पाल ने बताया भूलवश ऐसा हो गया। वहीं एडीओ पंचायत दिनेश मणि त्रिपाठी ने सबकुछ रोजगार सेवक पर मढ़कर मामले से पल्लू झाड़ लिया। उनका कहना है कि रोजगार सेवक की संदिग्ध भूमिका संदिग्ध है। मामले की जांचकर जो दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज पैसे के लेनदेन को लेकर आरोपितों ने युवक को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ एससीएसटी, हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया। लालगंज कोतवाली के पुरवारा गांव निवासी हरिश्चंद्र सरोज के अनुसार वह गांव के तिराहे पर टेंट की दुकान चलाता है। बीते 19 दिसंबर को दोपहर तीन बजे दुकान पर पीड़ित का भाई बैठा था। इसी बीच पैसे के लेनदेन को लेकर गांव निवासी कोलई उर्फ भगवती प्रसाद के पुत्रगण रमेश, छोटेलाल व राजेश वहां पहुंचे। आरोपितों ने धारदार हथियार से पीड़ित के भाई पर हमला करके उसे लहूलुहान कर दिया।