पट्टी कोतवाल के खिलाफ चौथे दिन भी वकील रहे आक्रोशित
पट्टी कोतवाल नरेंद्र सिंह के खिलाफ तहसील के अधिवक्ताओं का आक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार से कोतवाल के खिलाफ मोर्चा खोल चुके तहसील के अधिवक्ताओं ने चौथे दिन गुरुवार को भी तहसील गेट पर कोतवाल के खिलाफ नारेबाजी की।
संसू, पट्टी : पट्टी कोतवाल नरेंद्र सिंह के खिलाफ तहसील के अधिवक्ताओं का आक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार से कोतवाल के खिलाफ मोर्चा खोल चुके तहसील के अधिवक्ताओं ने चौथे दिन गुरुवार को भी तहसील गेट पर कोतवाल के खिलाफ नारेबाजी की।
कोतवाली क्षेत्र के मरियमपुर निवासी अधिवक्ता अमित चौरसिया पट्टी तहसील में वकालत करते हैं। शनिवार को मुवक्किल के काम से वह कोतवाली में गए थे। इस दौरान कोतवाल नरेंद्र सिंह ने गालीगलौच करते हुए अमित व उनके परिजनों के खिलाफ संगीन धाराओं में फर्जी मुकदमा लिख कर जेल भेजने की भी धमकी दे दी थी। इस बात की जानकारी से अधिवक्ताओं में रोष है। सोमवार से कोतवाल नरेंद्र सिंह के खिलाफ वकीलों का आंदोलन चल रहा है। वहीं गुरुवार को भी चौथे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर बार अध्यक्ष राधारमण मिश्रा, जूनियर बार अध्यक्ष दिनेश सिंह, वंश बहादुर सिंह, रामगुलाब सिंह, रवि सिंह, शैलेंद्र तिवारी, बिदेश्वरी पाठक, अनिल सिंह, अनुराग तिवारी, मनीष सिंह, शिव शंकर सिंह, वाजिद खान, प्रदीप पाठक, डॉ विजय यादव, मानस त्रिपाठी, उमेश तिवारी, लाल यादव चंदन सिंह, अजीत सिंह, प्रमोद सिंह, मनीष तिवारी (बबलू), राकेश खरे, अभिषेक शुक्ला, अमित चौरसिया,अमरीश तिवारी, आशीष तिवारी, संदीप ओझा, विकास तिवारी, सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे। उत्पीड़न के विरोध में अधिवक्ता रहे हड़ताल
संसू, प्रतापगढ़ : सूबे में हो रहे साथियों के उत्पीड़न, जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था से आक्रोशित कचहरी के अधिवक्ताओं ने गुरुवार को प्रदर्शन किया और न्यायिक कार्य से विरत रहे।
प्रदर्शन से पूर्व जूनियर बार एसोसिएशन के कार्यालय पर हुई बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि महोबा के अधिवक्ता मुकेश पाठक व मेरठ के ओमकार तोमर पुलिस प्रशासन व विधायक के शह पर माफिया द्वारा किए गए उत्पीड़न से तंग होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए। उन आरोपितों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। प्रतापगढ़ शहर के गायत्री नगर मोहल्ले में महीने भर अधिवक्ता अंजनी सिंह बाबा के घर हुई डकैती का अब तक पर्दाफाश नहीं हो सका है। जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है।
वक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता सुरक्षा बिल की मांग को प्रदेश सरकार लगाकर अनसुनी कर रही है। इन मामलों से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से गुरुवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता जूनियर बार के अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद मिश्र व संचालन महामंत्री जयप्रकाश मिश्र ने किया। इस मौके पर शिव प्रकाश मिश्र, शक्ति सिंह, विवेक त्रिपाठी, मुक्कू ओझा, उमेश सिंह, नवीन तिवारी, अनीस गुप्ता, संतोष सिंह, सुधीर मिश्र, अरुण त्रिपाठी, सुरेंद्र पांडेय, अंजनी सिंह, दिनेश त्रिपाठी, रामकरन मिश्र, विनय सिंह, प्रदीप चौधरी, शशांक सिंह, लोकेश मिश्र, जावेद अख्तर, धर्मेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।