कुष्ठ रोगियों को चिह्नित करने को बनाई गईं 537 टीमें
जिले में कुष्ठ रोगियों को गांव-गांव खोजा जाएगा। वह मिलेंगे तो उनके परीक्षण व उपचार की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सरकार ने अभियान चलाने का निर्देश जारी किया है।
जासं, प्रतापगढ़ : जिले में कुष्ठ रोगियों को गांव-गांव खोजा जाएगा। वह मिलेंगे तो उनके परीक्षण व उपचार की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सरकार ने अभियान चलाने का निर्देश जारी किया है।
जिले में मौजूदा समय में 65 कुष्ठ रोगी हैं। इनका उपचार संबंधित सरकारी अस्पतालों में कुष्ठ विभाग की देखरेख में किया जा रहा है। इनको सारी दवाएं फ्री में दी जाती हैं। हर तरह की जांच भी बिना पैसे के होती है। अब सघन एंव सक्रिय कुष्ठ रोगी सर्वे कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। शासन ने इसके लिए व्यापक रूपरेखा बनाकर भेजी है। इसके लिए 537 टीमों का गठन किया गया है। इसमें दो सदस्य रखे गए हैं। यह टीम घर पर दस्तक देगी। उनको कुष्ठ के लक्षणों व बचाव से संबंधित पंफलेट देंगी।साथ ही घर के सदस्यों के बारे में पता लगाएगी कि उनमें से किसी को कुष्ठ के लक्षण जैसे चकत्ते तो नहीं हैं। अगर मिलते हैं तो ऐसे व्यक्ति का विवरण संबंधित सीएचसी, पीएचसी प्रभारी को दिया जाएगा। इसके बाद वह मरीज का परीक्षण कराएंगे। रोग का पता लगने पर उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे।
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इस पर रहेगा पूरा फोकस
इसके तहत जिले के ऐसे गांवों में खासतौर पर सर्वे होगा जहां बीते तीन साल में ऐसे रोगी मिले हों। ऐसे गांव में संक्रमण के फैलाव की आशंका के मद्देनजर प्राथमिकता दी जाएगी।
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दो ब्लाक चिता का सबब
जिले में अब तक गौरा और पट्टी ब्लाक क्षेत्र कुष्ठ के नजरिए से चिता का विषय रहे हैं। यहां पर रोगी अधिक मिलते रहे हैं। ऐसे में सर्वे में इन दोनों ब्लाकों पर खास फोकस रहेगा।
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दिया जाएगा प्रशिक्षण
डिप्टी सीएमओ और प्रभारी कुष्ठ रोग अभियान डा. एसके सिंह का कहना है कि सर्वे करने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। उनको प्रशिक्षण देकर फील्ड में भेजा जाएगा।