बैंकों में हड़ताल से 50 करोड़ का लेनदेन प्रभावित, दिनभर परेशान रहे उपभोक्ता
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को सभी बैंकों के अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को सभी बैंकों के अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इससे एक दिन में लगभग 50 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर पंजाब नेशनल बैंक व बैंक आफ बड़ौदा के सामने प्रदर्शन व नारे बाजी करने के बाद स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने सभा की गयी।
शुक्रवार को सुबह से ही बैंकों में हड़ताल का बोर्ड लगा दिया गया। भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने हुई सभा का संचालन कर रहे एनएसबीई के अध्यक्ष एसबी सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के मूल वेतन के साथ विशेष भत्ते का विलय किया जाए। उन्होंने पांच दिवसीय बैंकिग की मांग करते हुए कहा कि नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। इस अवसर पर यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन संयोजक नरेंद्र प्रसाद मिश्रा ने बताया कि दो दिवसीय हड़ताल सरकार की हठधर्मिता व अड़ियल रुख का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार व आइबीए ने सम्मानजनक समझौता नहीं किया तो हम 11,12 एवं 13 मार्च को तीन दिवसीय हड़ताल करेंगे। इस पर भी न मानने पर एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। अध्यक्षता सीपीआइ के मंत्री राम बरन सिंह ने की। सभा को अनिल श्रीवास्तव, अविनाश, करुणेश मिश्रा, शिवाकांत शुक्ला, सुशील सरोज, अनीता गौतम, अंकुर श्रीवास्तव, अजय बाबू मिश्रा, हेमंत नंदन ओझा ने संबोधित किया। इस अवसर पर केएन यादव, निशा, शिवनाथ, जयनाथ, सुशील कुमार, रोहित, नीरज रावत, गोविद खंडेलवाल, सचिन मिश्रा, सचिन, सर्वेश पांडेय, अमरजीत, सूर्यभवन आदि मौजूद रहे। एलडीएम अनिल कुमार ने बताया कि एक दिन की हड़ताल से लगभग 50 करोड़ का नुकसान हुआ।
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यह रही प्रमुख मांगें-----
1. पर्याप्त लोडिंग के साथ वेतन पर्ची घटकों पर 20प्रतिशत वृद्धि पर वेतन पुनरीक्षण समझौता।
2. पांच दिवसीय बैंकिग ।
3. मूल वेतन के साथ विशेष भत्ते का विलय।
4. नयी पेंशन योजना को समाप्त करके पुरानी पेंशन योजना लागू करें।
5. पेंशन का अद्यतनीकरण।
6. पारिवारिक पेंशन में सुधार।
7. परिचालन लाभ के आधार पर कल्याण कोष का गठन।
8. बिना सीमा के सेवानिवृत्त पर आयकर से छूट।
9. शाखाओं में कारोबार के समय व भोजनावकाश आदि का एक समान निर्धारण। दिनभर परेशान रहे ग्राहक
संसू, कुंडा : युनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियनों की हड़ताल से बैंकों के ताले नहीं खुले। शुक्रवार को नगर के इलाहाबाद बैंक के सामने कर्मचारियों ने मांगों लेकर जमकर नारेबाजी की। दो दिवसीय बैंक बंद का समर्थन किया। इस मौके पर इलाहाबाद बैंक के केके श्रीवास्तव, लोकेश कुमार, मुरलीधर द्विवेदी, गौरव मिश्रा, हिमांशु सिंह, सेवानिवृत्त कर्मी विष्णु दत्त तिवारी समेत कर्मचारी मौजूद रहे।
रानीगंज प्रतिनिधि के अनुसार बैंक कर्मचारियों के हड़ताल के चलते ग्राहकों को परेशानी उठानी पड़ी। पंजाब नेशनल बैंक रानीगंज, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ बड़ौदा, स्टेट बैंक आफ इंडिया सहित बैंकों के कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से बैंक बंद रही।
गौरा प्रतिनिधि के अनुसार बैंक आफ बड़ौदा शाखा रामापुर में हड़ताल के कारण लेनदेन नहीं हो सका। ग्राहकों का लेनदेन ना होने से निराश लौटना पड़ा। शाखा प्रबंधक अभिषेक आनंद ने बताया कि बैंक में हड़ताल के कारण लेन-देन नहीं हुआ। स्टेट बैंक शाखा सुवंसा, बैंक आफ बड़ौदा शाखा गांधी बाजार, यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया शाखा मधवापुर, जामताली, वीरापुर, दुर्गागंज में भी हड़ताल के कारण बैंक बंद रही कामकाज नहीं हो सका। टाइनी शाखाओं ने भी खड़े किए हाथ
संसू, लालगंज : यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैककर्मी शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। बैंकों से जमा व निकासी को लेकर शुक्रवार सुबह उपभोक्ता बैंक पहुंचे तो हड़ताल का बोर्ड लटकता देख मायूस हो उठे। छोटी धनराशि की निकासी को लेकर तमाम उपभोक्ताओं ने टाइनी शाखाओं की ओर रुख किया, लेकिन बैंकों के बंद होने से धनाभाव के चलते टाइनी शाखाओं ने भी जल्द ही हाथ खड़ा कर दिए। क्षेत्र के अगई एसबीआइ शाखा प्रबंधक अजीत तिवारी ने बताया कि 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की गई। क्षेत्र के राहुल यादव, रामपति, राज यादव, कमलेश वर्मा, नीरज गुप्ता, हरिश्चंद्र, रामप्यारे पटेल, हंड्रेड डायल के सिपाही सत्यप्रकाश यादव आदि उपभोक्ताओं ने कहा कि बैंकों व टाइनी शाखाओं के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं पैसा नहीं मिला।