सत्यापन के अभाव में पोर्टल पर 1800 आवेदन लंबित
क्रय केंद्रों पर गेहूं विक्रय करने के लिए जिले के करीब छह हजार किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। पखवारे भर से अधिक का समय बीने के बाद भी अभी तक 1
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : क्रय केंद्रों पर गेहूं विक्रय करने के लिए जिले के करीब छह हजार किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। पखवारे भर से अधिक का समय बीने के बाद भी अभी तक 1800 आवेदन लंबित पड़ा है। लेखपालों की लापरवाही से सत्यापन नहीं हो सका। वह इसके लिए तहसील का चक्कर लगा रहे हैं। सत्यापन न होने से किसान अपना गेहूं विक्रय नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर किसानों में खासा आक्रोश है।जिले भर में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद हो रही है। गेहूं खरीद करने के लिए करीब 52 क्रय केंद्र खोले गए हैं। गेहूं विक्रय करने के लिए करीब 5500 किसानों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है, लेकिन लेखपालों की लापरवाही से अभी भी 1800 आवेदन लंबित पड़ा है। सत्यापन न होने से किसान अपना गेहूं विक्रय नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर मामले की शिकायत डिप्टी आरएमओ समेत अफसरों से हुई है। एक ओर जहां लेखपाल मनमानी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर क्रय केंद्र केवला नंद पट्टी समेत कई केंद्रों के प्रभारी किसानों का फोन नहीं उठा रहे हैं। इससे किसानों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि एक हजार से अधिेक आवेदन लंबित पड़ा है। लेखपालों द्वारा सत्यापन न किए जाने से वह अपना गेहूं विक्रय नहीं कर पा रहे हैं। संबंधित तहसीलों के एसडीएम से बात करके जल्द ही सत्यापन की कार्रवाई पूरी कराई जाएगी।